अल्मोड़ा: बंदरों के बढ़ते आतंक से प्रशासन से निजात दिलाने की मांग

पहाड़ों में बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। अल्मोड़ा में नगरों में भी बंदरों ने उत्पात मचाया हुआ है। वही अल्मोड़ा में जिला मुख्यालय में बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। जिस पर महिला कल्याण संस्था ने बंदरों की समस्या से निजात दिलाने की मांग जिलाधिकारी से की है।

ज्ञापन में कही यह बात-

संस्था का कहना है कि बंदरों ने ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही शहर में भी उत्पात मचाया हुआ है। सैकड़ों लोगों को बंदर काट चुके हैं। कई लोग बंदरों के भय से चोटिल भी हो चुके हैं। वहीं डीएम को बताया कि पूर्व में भी संस्था ने जंगली जानवरों, बंदरों व आवारा कुत्तों की समस्या से निजात दिलाने के लिए आंदोलन किया था। उस समय प्रशासन की ओर से बंदरबाड़ा बनाने, बंदरों का बंध्याकरण कर उनको स्वस्थ्य होने पर शहर से दूर छोड़ देने का आश्वान दिया था। जिसके बाद आंदोलन समाप्त किया गया लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने बंदरों व कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने, शीघ्र बंदरों व कुत्तों के बंध्याकरण करने व इसके लिए चिकित्सकों की नियुक्ति करने, बंदर पकड़ने के कर्मचारियों की स्थायी नियुक्ति करने की मांग की है।

आंदोलन की चेतावनी-

संस्था ने चेतावनी दी है कि मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो दोबारा से आंदोलन किया जाएगा।

यह लोग रहें शामिल-

इस दौरान ज्ञापन देने वालों में संस्था अध्यक्ष रीता दुुर्गापाल, सचिव पुष्पा सती, कोषाध्यक्ष सुनैनसा मेहरा, संरक्षक आशा कर्नाटक व ममता चौहान आदि शामिल रहे।