रूस के यूक्रेन पर हमले को लेकर कई दावें सामने आ रहे हैं । खबर आ रही है कि रूस ने हमले के लिए बुधवार का दिन यानी 16 फरवरी का दिन निर्धारित किया है । खुफियों एजेंसियों के अनुसार पता चला है कि रूस यूक्रेन पर कभी भी हमला कर सकता हैं। वहीँ अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने यह दावा किया है कि रूस शीतकालीन ओलिंपिक के बाद कभी भी हमला कर सकता है । हालांकि कई अमेरिका समेत कई देश हमले को टालने के प्रयास में लगे हुए है ।
रूस ने काला सागर में 6 उभयचर जंगी जहाजों को भी उतारा
एक रिपोर्ट के अनुसार रूस चीन में 20 फरवरी को विंटर ओलंपिक खत्म होने से पहले यूक्रेन पर हमला बोल सकता है । रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ यूक्रेन तनाव पर बातचीत की थी। उन्हें चेताने वाले अंदाज में कहा कि यूक्रेन पर हमले की गंभीर कीमत उन्हें चुकानी पड़ेगी । वहीँ ख़ुफ़िया एजेंसियां का यह कहना है कि रूस यूक्रेन की घेराबंदी कर चुका है । सीमाओं पर मिसाइल, तोप और टैंकों को रख दिया गया है । रूस ने काला सागर में 6 उभयचर जंगी जहाजों को भी उतार दिया है। यानी कि ये पानी के अलावा एक और माध्यम से भी हमला करने की पूरी योग्यता रखते हैं ।
अमेरिका अपने देशों के साथ मिलकर इसका करारा जवाब देगा
रूस अपनी जंगी तैयारियों में लगा हुआ है । वहीँ अमेरिका का भी कहना है कि अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो अमेरिका अपने सहयोगी देशों के साथ मिलकर इसका करारा जवाब देगा ।
अन्य सहयोगी देश भी युद्ध में कूद पड़ेंगे
अगर रूस 16 फरवरी को यूक्रेन पर हमला करता है तो तीसरा विश्वयुद्ध की शुरुवात हो सकती है । हालांकि अमेरिका नाटो की मदद के लिए 3000 अतिरिक्त सैनिकों को पोलैंड में तैनात करेगा। इसके अतिरिक्त अन्य सहयोगी देश भी इस युद्ध में कूद पड़ेंगे ।
गौरतलब है कि यूक्रेन और रूस सैकड़ों वर्षों के सांस्कृतिक, भाषाई और पारिवारिक संबंध साझा करते हैं।
रूस और यूक्रेन में कई समूहों के लिये देशों की साझा विरासत एक भावनात्मक मुद्दा है जिसका चुनावी और सैन्य उद्देश्यों के लिये प्रयोग किया गया है।
सोवियत संघ के हिस्से के रूप में, यूक्रेन रूस के बाद दूसरा सबसे शक्तिशाली सोवियत गणराज्य था और रणनीतिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक रूप से काफी महत्त्वपूर्ण था।