आज हम स्वास्थ्य से संबंधित फायदों के बारे में आपको बताएंगे। आज हम सब्जियों के फायदों और पोषक तत्वों के बारे में आपको बताएंगे। प्रोटीन हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है। प्रोटीन हमारी त्वचा, बाल, नाखून और मांसपेशियां आदि के लिए बहुत जरूरी है। हमें अपने दैनिक आहार में प्रोटीन से भरपूर सब्जियों को शामिल करना चाहिए। आइए जानें-
कोझियारी भाजी-
कोझियारी भाजी की भाजी साल में दो तीन बार जरूर खाएं। इससे खाने से हर तरह के रोग दूर हो जाते हैं। अधिकतर आदिवासी इस भाजी को खाते हैं। माना जाता है कि इसे खाने वाला कभी बीमार नहीं पड़ता। छत्तीसगढ़ के बैगा आदिवासी लोग इस भाजी को खाकर हमेशा स्वस्थ और तंदुरुस्त बने रहते हैं। बैगा आदिवासी मानते हैं कि जंगलों में पाई जाने वाली कोझियारी भाजी को साल में एक बार जरूर खाना चाहिए। कोझियारी भाजी यानी जंगल में होने वाली सफेद मूसली का पत्ता। ये सभी जानते हैं कि सफेद मूसली शक्तिवर्धक औषधि है।
कुंदरू-
कुंदरू का नाम तो आपने कम ही सुना होगा। कुंदरु को टिंडॉरा नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि 100 ग्राम कुंदरू में 93.5 ग्राम पानी, 1.2 ग्राम प्रोटीन, 18 के. कैलोरी ऊर्जा, 40 मिलीग्राम कैल्शियम, 3.1 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 30 मिलीग्राम पोटैशियम, 1.6 ग्राम फाइबर और कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं। इसमें बीटा कैरोटिन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। कुंदरू के पत्ते और फूल भी उतने ही गुणकारी हैं जितना इसका फल है।
चौलाई का साग-
चौलाई का साग तो आपने खाया ही होगा लेकिन बहुत कम, कभी-कभार। यह सब्जी बहुत ही आसानी से मिल जाती है। यह हरी पत्तेदार सब्जी है जिसके डंठल और पत्तों में प्रोटीन, विटामिन ए और खनिज की प्रचुर मात्रा होती है। चौलाई में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन-ए, मिनरल्स और आयरन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इस सब्जी को खाने से आपके पेट और कब्ज संबंधी किसी भी प्रकार के रोग में लाभ मिलेगा। पेट के विभिन्न रोगों से छुटकारा पाने के लिए सुबह-शाम चौलाई का रस पीने से भी लाभ मिलता है।
बथुआ की सब्जी-
बथुआ सब्जी का नाम बहुत कम लोगों ने नहीं सुना होगा। बथुआ एक वनस्पति है, जो खरीफ की फसलों के साथ उगती है। बथुए में लोहा, पारा, सोना और क्षार पाया जाता है। बथुए में आयरन प्रचुर मात्रा में होता है। ग्रामीण क्षेत्र में इसकी अधिकतर सब्जी बनाई जाती है। इसका रायता भी बनता है। इसका शरबत के रूप में भी उपयोग होता है। जैसे मैथी या गोभी के पराठे बनाए जाते हैं उसी तरह बथुए का पराठा भी स्वादिष्ट होता है।
पालक की सब्जी –
पालक हरी पत्तेदार सब्जियों में सबसे महत्वपूर्ण सब्जी है। इसका सेवन करने से आपको हड्डियों और बालों से संबंधित समस्याओं से निजात मिलती है। इसका सेवन करने से आपका शरीर स्वस्थ रहता है। पाचन तंत्र मजबूत होता है। क्योंकि इससे आपको आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम पर्याप्त मात्रा में मिलता है।
अरबी के पत्ते –
अरबी के पत्तों की सब्जी आपके शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होती है। अगर इसका रोजाना सेवन करें, तो मोतियाबिंद जैसी संभावना कम हो जाती है। क्योंकि इसमें विटामिन सी अच्छी मात्रा में होता है और यह वाइट ब्लड सेल्स का निर्माण करता है। इसमें बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने की क्षमता होती है।
सरसों का साग-
सरसों के साग के साथ मक्की की रोटी खाए बिना कोई सर्दी नहीं बीतती। ये उत्तर भारत में लोकप्रिय बात है और ठीक भी है। ये न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि ये विटामिन ए, सी, ई और के सहित कई पोषक तत्व भी प्रदान करता है। इसके अलावा, इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, जस्ता, पोटेशियम और आहार फाइबर की उच्च मात्रा होती है। ये आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रण में रखने में भी मदद करता है।