कोरोना महामारी का संकट अभी भी जारी है। वही आज अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कोविड महामारी के दौरान शरू की गई मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जनपदवार समीक्षा की। इस दौरान अपर मुख़्य सचिव ने जिलाधिकारियों को इस योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु निर्देशित किया।
इन अनाथ हुए बच्चों के लिए चलाई गई है यह योजना-
अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत कोरोना के चलते माता-पिता या दोनों में से एक की मृत्यु होने के कारण से अनाथ हुए बच्चों के भरण पोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि सुविधाओं से बच्चो को लाभान्वित करने के उद्देश्य से यह योजना चलायी गई है।
सभी जिलाधिकारियों को दिए निर्देश-
अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने निर्देश दिए कि ऐसे अनाथ बच्चों को चिन्हित कर एवं उनके प्रमाणीकरण की व्यवस्था दुरूस्त कर प्रत्येक अनाथ बच्चें को आर्थिक सहायता उपलब्ध करने के साथ ही अन्य सुविधा भी उपलब्ध कराना हमारी प्रमुख जिम्मेदारी है, इसलिए उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद में ऐसे बच्चों का डेटा तैयार रखें जो कोविड महामारी से या अन्य किसी कारण से अनाथ हुए है।
अल्मोड़ा जनपद में 65 बच्चें हुए चिन्हित-
वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि जनपद मे 65 ऐसे बच्चों का चिन्हिकरण किया गया है जिनमें से 59 बच्चों का पंजीकरण किया जा चुका है। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के तहत इन बच्चों के खातों में तीन हजार रूपये भेजे जा रहे है।
मृत्यु प्रमाण पत्र उपजिलाधिकारियों के माध्यम से हो रहे हैं जारी-
वही जिलाधिकारी ने बताया कि कोरोना से जिन व्यक्तियों की मृत्यु हुई है उनके मृत्यु प्रमाण पत्र उपजिलाधिकारियों के माध्यम से जारी किये जा रहे है।
इस दौरान यह लोग रहे उपस्थित-
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पाण्डे, उपजिलाधिकारी सीमा विश्वकर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।