बच्चों में खसरे के बढ़ते मामलों को देखते हुए, केन्द्र सरकार खसरे के मामलों की संख्या में वृद्धि का आकलन और प्रबंधन करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने इसके लिए झारखंड के रांची, गुजरात के अहमदाबाद और केरल के मलप्पुरम में चिकित्सा विशेषज्ञों की उच्च स्तरीय 3-सदस्यीय टीमों को तैनात करने का निर्णय लिया है। साथ ही केन्द्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से संवेदनशील क्षेत्रों में नौ महीने से पांच साल तक के सभी बच्चों को खसरा और रूबेला के टीके की अतिरिक्त खुराक देने पर विचार करने को कहा है।
खसरे के प्रबंधन के लिए 3-सदस्यीय टीम
खसरे के बढ़ते मामलों के प्रबंधन के लिए विशेषज्ञों की 3-सदस्यीय टीमें सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को स्थापित करने में राज्य स्वास्थ्य विभागों की सहायता की सहायता करेंगी और इस बामारी पर नियंत्रण तथा रोकथाम के उपायों को लागू करने में सुविधा प्रदान करेंगी। इसके साथ ही यह स्पेशल टीम क्षेत्र में सक्रिय मामलों की खोज सुनिश्चित करने के लिए राज्यों के साथ और पहचान किए गए मामलों के परीक्षण के लिए वीआरडीएल के साथ भी सहायता करेगी।
टीम में शामिल होने वाले विशेषज्ञ
रांची की केंद्रीय टीम में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, नई दिल्ली और राम मनोहर लोहिया अस्पताल, नई दिल्ली के विशेषज्ञ शामिल होंगे। अहमदाबाद की केंद्रीय टीम में पीएचओ, मुंबई, कलावती सरन बाल अस्पताल, नई दिल्ली तथा क्षेत्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण कार्यालय और अहमदाबाद के विशेषज्ञ शामिल होंगे। मलप्पुरम की टीम में आरओएचएफडब्ल्यू, तिरुवनंतपुरम, जवाहरलाल स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान संस्थान, पुडुचेरी तथा लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और नई दिल्ली के विशेषज्ञ शामिल होंगे।
भारत में खसरे का बढ़ता प्रकोप
भारत मे कोरोना महामारी के बाद खसरे के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। महाराष्ट्र के कुछ जिलों में इसके मामले लगातार बढ़ रहे हैं। महाराष्ट्र में इस वायरस से लगभग 10 लोगों की मौत हुई है। मुंबई नागरिक स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक मुंबई में खसरे के कुल मामलों की संख्या 220 हो गई है। हाल ही में बिहार, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, केरल और महाराष्ट्र में खसरे के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई थी।
खसरा वायरस के लक्षण और उपाय
यह एक वायरल संक्रमित बीमारी है। खसरा बीमारी को मीजल्स रूबेला के नाम से भी जाना जाता है। यह बीमारी श्वसन के माध्यम से फैलती है। यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति पर्क में आने वाले व्यक्ति से और लोगों में फैलती है। खसरा वायरस मोर्बिलीवायरस के जीन्स पैरामिक्सोवायरस के संक्रमण से होता है। खसरा बीमारी के लक्षण में बुखार, खांसी, बहती हुई नाक, लाल आंखें और आमतौर पर कान के पीछे से लाल चकत्ते निकलने लगते हैं।
खसरा से बचने के उपाय
इस बीमारी से बचने के लिए खसरा वायरस का टीका लगवाना चाहिए। खसरे से संक्रमित लोगों के संपर्क में नही आना चाहिए। खसरा से राहत पाने के लिए गुनगुना पानी भी मदद करता है। खसरा बीमारी से बचने के लिए डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।