मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने आज सचिवालय में जोशीमठ भू-धंसाव के सम्बन्ध में बैठक ली। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी चमोली से क्षेत्र की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली व जिलाधिकारी चमोली को स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने के निर्देश दिए।
भूस्खलन से किसी प्रकार का जान-माल का नुकसान न हो इसके लिए सबसे पहले परिवारों को शिफ्ट किया जाए
मुख्य सचिव ने कहा कि भूस्खलन से किसी प्रकार का जान-माल का नुकसान न हो इसके लिए सबसे पहले परिवारों को शिफ्ट किया जाए और उस बिल्डिंग को प्राथमिकता के आधार पर ध्वस्त किया जाए जो अधिक खतरनाक साबित हो सकती है। सीएस ने कहा कि जिन स्थानों पर प्रभावित परिवारों को रखा गया है, उन स्थानों पर उनके रहने-खाने की उचित व्यवस्था हो। साथ ही यह भी ध्यान रखा जाए कि प्रभावित नागरिकों एवं शासन प्रशासन के मध्य किसी प्रकार का कम्युनिकेशन गैप न हो। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को साथ लेकर एक असेसमेंट कमेटी बनाई जाए, जो भवन अधिक प्रभावित हैं, उन्हें प्राथमिकता पर ध्वस्त किया जाए। साथ ही कंट्रोल रूम को 24 घंटे एक्टिव मोड पर रखा जाए।
इस अवसर पर उपस्थित रहे
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जोशीमठ से सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव नितेश कुमार झा, अरविंद सिंह ह्यांकी, डॉ. रंजीत सिन्हा एवं बृजेश कुमार संत सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।