खस्ताहाल सड़कों का खामियाजा जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में आम लोगों और मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। रात के अंधेरे में भारी बारिश के बीच प्रसव पीड़ा से कराह रही एक महिला को भी ऐसी ही दुश्वारियां झेलनी पड़ी। निर्माणाधीन सड़क पर चलने से वाहन चालकों ने हाथ खड़े किए तो ग्रामीण प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला को डोली से 17 किमी पैदल चलकर अस्पताल पहुंचे। तब जाकर अस्पताल में महिला का सुरक्षित प्रसव हो पाया।
जानें पूरा मामला
भैंसियाछाना ब्लॉक के थिकलना ग्राम पंचायत के नायल गूंठ निवासी लीला जोशी पत्नी नीरज जोशी को मंगलवार रात आठ बजे प्रसव पीड़ा शुरू हुई। उस समय क्षेत्र में भारी बारिश हो रही थी। इस पर परिजनों ने उसे अस्पताल पहुंचाने के लिए टैक्सी चालकों से संपर्क किया। बारिश के चलते निर्माणाधीन मंगलता-त्रिनैली और विधायक निधि से बने थिकलना-जौलाबांज सड़क भी खराब हो चुकी थी। सड़कों पर जगह-जगह मलबा आ चुका था। लिहाजा परिजनों ने प्रसव पीड़िता को डोली से पनुवानौला अस्पताल पहुंचाने का निर्णय लिया।
17 किमी पैदल चलकर पनुवानौला के सरकारी अस्पताल पहुंचे
रात करीब 11:30 बजे ग्रामीण महिला को डोली पर बैठाकर अस्पताल की ओर रवाना हुए। अगली सुबह यानी बुधवार को वे लोग 17 किमी पैदल चलकर पनुवानौला के सरकारी अस्पताल पहुंचे, जहां महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया। प्रसव के बाद परिजन प्रसूता और नवजात को वापस घर ले गए।