अल्मोड़ा: ताजे रसीले फल काफलों से गुलजार हुआ अल्मोड़ा बाजार, है औषधीय गुणों से भरपूर

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। अल्मोड़ा में गर्मी का सीजन आते ही बाजार में पहाड़ी फल काफल भी दिखने लगा है। उत्तराखंड में मई, जून के महीने में काफल की काफी डिमांड रहती है। यह रसीला फल लोगों की पहली पसंद बना रहता है। पर्वतीय क्षेत्रों के जंगलों का खट्टा-मीठा रसीला फल काफल बाजार में उतर आया है।

बाजार में काफल की एंट्री

देश विदेश से पंहुच रहें पर्यटक भी इनका लुत्फ उठा रहें हैं। इन दिनों काफल चार सौ रुपए के तक के दामों में बिक रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों के ठंडे इलाकों में होने वाला यह रसीले और स्वादिष्ट काफल बाजार से आने वाले पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों को खूब पसंद आते है। काफल तीन महीने तक स्थानीय बेरोजगारों के लिए स्वरोजगार का भी साधन बनता है।

देश-विदेश में खूब प्रसिद्ध है काफल

काफल का वैज्ञानिक नाम मिरिका एक्सकुलेंटा है, जो हिमालय के निचले क्षेत्रों व उच्च पहाड़ी इलाकों में पाया जाता है। गर्मी के दिनों में होने वाला यह फल देश-विदेश में काफी प्रसिद्ध है। इसके पेड़ की छाल का प्रयोग चर्मशोधन के लिए किया जाता है। गर्मी के मौसम मेें ये फल थकान दूर करने के साथ ही तमाम औषधीय गुणों से भरपूर है।