अल्मोड़ा में दिनांक- 09.08.2023 को वादी चन्दन सिंह नयाल निवासी अल्मोड़ा ने कोतवाली अल्मोड़ा में तहरीर दी कि उसके द्वारा एक आनलाईन साईट/कम्पनी से शॉपिंग की जाती थी, जिसमें कुछ पैसों का सामान मुझे प्राप्त हुआ तथा कुछ पैंसो का सामान प्राप्त नही हुआ था। इस बात का फायदा उठाकर तीन लोगों द्वारा जिन्होंने अपना नाम कपिल रौतेला, महेश शर्मा व किर्तिका मलिक बताया था खुद को एक ऐसी कम्पनी का कर्मचारी बताया जो अन्य कम्पनी में फंसे पैंसो को वापस दिलाने का काम करती है। फंसे पैंसो को निकालने के नाम पर फीस के तौर पर वादी से छोटी-छोटी मात्रा में पैंसे मंगवाकर कुल 1,46,500/- रुपये का फ्राँड किया गया। वादी द्वारा दिये गये तहरीर के आधार पर कोतवाली अल्मोड़ा में एफआईआर पंजीकृत की गयी।
एसएसपी ने दिए निर्देश
जिस पर देवेन्द्र पींचा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा द्वारा जनपद पुलिस की कमान संभालते ही साईबर अपराध को अपनी प्राथमिकता में रखते हुए प्रभारी साईबर सेल व समस्त थाना प्रभारियों को साईबर अपराध के मामलों को गंभीरता से लेकर लम्बित मामलों में गहनता से विवेचनात्मक कार्यवाही/साक्ष्य संकलित कर अभियुक्तों का पता लगाकर उनके विरुद्ध कड़ी वैधानिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है।
तीन ठग गिरफ्तार
इसी क्रम में सीओ अल्मोड़ा विमल प्रसाद के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली जगदीश चंद्र देउपा अल्मोड़ा द्वारा उक्त पंजीकृत एफआईआर में साईबर सेल के सहयोग से सम्बन्धित बैंक खातों की डिटेल प्राप्त की गयी तो एक खाता प्रवीण कुमार पुत्र लक्ष्मण सिंह निवासी तुगलकाबाद एक्सटेंशन कालीकाजी थाना गोविन्दपुरी नई दिल्ली व दूसरा खाता रोविन सिंह पुत्र रामप्रसाद निवासी केशव नगर, गली न0-12 थाना लोनी बौर्डर जिला गाजियाबाद का पाया गया। उक्त व्यक्तियों की तलाश हेतु उ0नि0 कृष्ण कुमार को पुलिस टीम के साथ भेजा गया। पुलिस टीम द्वारा सर्विलांस सेल के सहयोग से ठोस सुरागरसी – पतारसी कर उक्त व्यक्तियों का पता लगाकर दिनांक- 26.02.2024 को लोनी बार्डर जिला गाजियाबाद से पकड़ा गया। इनसे गहनता से पूछताछ करने पर तीसरे अभियुक्त मोहित कुमार उर्फ सोनू का नाम प्रकाश में आया।
पूछताछ में बताई यह बात
पकड़े गये अभियुक्त प्रवीन कुमार ने बताया कि वर्तमान में टैक्सी चलाने का कार्य करता है। वर्ष 2018 से वर्ष 2022 तक मैं और मोहित कुमार एक कम्पनी में कार्यरत थे, जिस कम्पनी से वादी द्वारा शाँपिग की जाती थी, जिसमें वादी का कुछ पैसा बकाया था। हम दोनों को पैसों की आवश्यकता थी और कम्पनी छोड़ने के पश्चात भी हमारे पास उक्त कम्पनी के ऐसे ग्राहकों की डिटेल थी जिनका पैसा खरीददारी के दौरान कम्पनी में बकाया था। हमारे द्वारा योजना बनाकर ऐसे ग्राहकों को उनका पैसा वापस दिलाने के नाम पर लालच देकर फ्राँड किया जाता था। घटना को अंजाम देने के दौरान वाँयस चेन्जिंग फोन का इस्तेमाल भी किया जाता था। जिसका उपयोग लड़की की आवाज में भी बात करने के लिये किया जाता था। ग्राहकों से बात करने के लिये वह कपिल रौतेला, महेश शर्मा व कृतिका मलिक जैंसे फर्जी नामों का सहारा लेकर घटना को अंजाम देते थे। अभियुक्तगणों द्वारा ट्रान्जेक्शन के बाद घटना में प्रयुक्त खाता व नम्बरों को बंद कर दिया जाता था।
पुलिस ने की आवश्यक कार्यवाही
उक्त मामले में साईबर सेल द्वारा कड़ी मेहनत व गहन डेटा एनालिसेस के आधार पर अभियुक्तगणों को ट्रेस किया गया। अभियुक्तगणों द्वारा कारित अपराध में उनको वैधानिक प्राविधानों के अनुसार धारा 41क CRPC का नोटिस तामील कराकर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
नाम/पता अभियुक्त गण
1- मोहित कुमार उर्फ सोनू पुत्र रमेश प्रकाश निवासी संगम पार्क शिवमंदिर खोड़ा कालोनी थाना खोड़ा गाजियाबाद
2- प्रवीण कुमार पुत्र लक्ष्मण सिंह निवासी तुगलकाबाद एक्सटेंशन कालीकाजी थाना गोविन्दपुरी नई दिल्ली
3- रोविन सिंह पुत्र रामप्रसाद निवासी केशव नगर, गली न0-12 थाना लोनी बौर्डर जिला गाजियाबाद
पुलिस टीम रहीं शामिल
1- जगदीश चन्द्र देउपा, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली अल्मोड़ा (विवेचक)
2-उ0नि0 कृष्ण कुमार, प्रभारी चौकी बेस, कोतवाली अल्मोड़ा
3-हे0कानि0 किशोर कुमार, चौकी बेस, कोतवाली अल्मोड़ा
4-अपर उ0नि0 चन्द्रमोहन पाण्डे, साईबर सेल
5-हे0कानि0 मुदित वर्मा, साईबर सेल
6-हे0कानि0 फिरोज खान, साईबर सेल
7-कानि0 बलवंत प्रसाद, साईबर सेल
8-कानि0 इन्द्र कुमार,साईबर सेल