अल्मोड़ा ब्रेकिंग: पुलिस ने डम्पर से बरामद की 05 लाख से अधिक की अवैध देशी शराब, एक तस्कर गिरफ्तार

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। देवेन्द्र पींचा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा द्वारा आगामी लोकसभा निर्वाचन के दृष्टिगत समस्त थाना/चौकी व एसओजी/एएनटीएफ प्रभारियों को जनपद में आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम व अवैध मादक पदार्थों की तस्करी/बिक्री पर अंकुश लगाने हेतु नियमित रुप से प्रभावी चैंकिग अभियान चलाकर नशा तस्करों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिये गये है।
     
पुलिस की कार्यवाही

इसी क्रम में सीओ अल्मोड़ा विमल प्रसाद‌ के पर्यवेक्षण में जनपद पुलिस द्वारा लगातार की जा रही चेकिंग व पेट्रोलिंग के दौरान अवैध तस्करी की रोकथाम में एक बड़ी कामयाबी पुलिस टीम के हाथ लगी है। दिनांक- 06/03/2024 को प्रभारी निरीक्षक कोतवाली अल्मोड़ा जगदीश चन्द्र देऊपा के नेतृत्व में कोतवाली अल्मोड़ा  पुलिस व प्रभारी एसओजी सुनील सिंह धानिक व प्रभारी एएनटीएफ सौरभ कुमार भारती द्वारा एसओजी/एएनटीएफ टीम के साथ संयुक्त चेकिंग अभियान के दौरान अल्मोड़ा क्षेत्र के सिराड़ बैण्ड के पास वाहन संख्या- यू0के0-01 सी0ए0-0744 डम्पर को रोककर चैक किया गया तो वाहन में चालक राजेश मौजूद था, जिसने पूछताछ में वाहन में अवैध शराब होने की बात पुलिस टीम को बताई, जिस पर वाहन डम्पर की तलाशी लेने पर कुल 160 पेटियों में 7,680 पव्वे अवैध देशी शराब गुलाब मार्का बरामद हुई‌। जिसकी कीमत- 5,87,520/- रुपये है। जिस पर अभियुक्त राजेश पुत्र स्व0 पदम  सिंह, निवासी मैझोली मजखाली रानीखेत, अल्मोड़ा को गिरफ्तार कर वाहन डम्पर को सीज किया गया।

मुनाफा कमाने का बढ़ा लालच

अवैध शराब की बरामदगी व अभियुक्त की गिरफ्तारी होने पर कोतवाली अल्मोड़ा में अभियुक्त के विरुद्ध धारा-60/72 आबकारी अधिनियम के अन्तर्गत एफआईआर पंजीकृत कर आवश्यक कार्यवाही गई। चालक ने बताया कि वह इस अवैध शराब को कही स्टाँक करके रखना चाहता था, जिसे बाद में ऊंचे दामों में बेचकर मुनाफा कमाया जा सके ।

इनाम पुस्कार
       
एसएसपी अल्मोड़ा द्वारा जनपद में अब तक स्मैक की सबसे बड़ी खेप की बरामदगी कर नशा तस्कर को गिरफ्तार करने में शामिल पुलिस टीम को 5 हजार रुपये के ईनाम से पुरस्कृत किया गया है।

पुलिस टीम रहीं शामिल

1-उ0नि0 रमेश सिंह नेगी, कोतवाली अल्मोड़ा
2- उ0नि0 सुनील सिंह धानिक, प्रभारी एसओजी
3- उ0नि0  सौरभ कुमार भारती, प्रभारी एएनटीएफ
4-कानि0  राजेश भट्ट, एसओजी/एएनटीएफ