अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। नशा नहीं रोज़गार दो आंदोलन जारी है। जिसको लेकर जन अभियान में निकले अभियान के संयोजक पीसी तिवारी एवं अभियान की ओर से जगह- जगह जनसंपर्क, गोष्ठियां आयोजित की जा रही है।।
युवाओं के लिए रोजगार बेहद जरूरी
यह अभियान अल्मोड़ा से बसोली, ताकुला होते हुए बागेश्वर पहुंचा। जहां उत्तराखंड अधिवक्ता महासंघ एवं बार एसोसिएशन के तत्वाधान में एक सफल संगोष्ठी का आयोजन हुआ। लगभग 4 घंटे चली इस गंभीर गोष्ठी का संचालन एडवोकेट गोविन्द सिंह भंडारी ने किया। इस गोष्ठी के मुख्य अतिथि चारू तिवारी तथा उ प पा अध्यक्ष पी.सी. तिवारी विशिष्ट अतिथि रहे। जिस पर पी. सी. तिवारी ने कहा कि हमारी मांग यूसीसी नहीं हमारी मांग भयानक होती जा रही बेरोजगारी के खिलाफ, युवाओं के लिए रोजगार है। घास लेने के अधिकार हमसे छिन रहे हैं और हमे नहीं पता कि परिसीमन के बाद हमारे हाल क्या होंगे। गोष्ठी में स्थानीय महिला मजदूर मीना ने अपने रोजगार छिनने एवं महिलाओं से रोजगार छीन कर पुरुषों को दिये जाने पर चिंता व्यक्त की। चारू तिवारी ने अपने लंबे वक्तव्य में उत्तराखंड में जमीनों की स्थिति और भूकानून के नाम पर थमा दिए गए झुनझुने का जिक्र किया। उन्होंने ने कहा कि शराब पीने वाला परिवार का दुश्मन है जो शराब बेचता है वो समाज का दुश्मन है इन्हें हम पहचानते हैं हमें उसे पहचानना है जो नशा बिकवाता है। हमें उस राष्ट्र के दुश्मन की पहचान करनी है।
कहीं यह बात
पी सी तिवारी जी ने कहा कि यहां से यह प्रस्ताव पारित हो कि हर राजनैतिक पार्टी यह गारंटी ले कि कोई भी पार्टी अपने चुनाव प्रचार के दौरान शराब नहीं बांटेगी। इसके उपरान्त यह अभियान दल गरुड़ ,बैजनाथ, ग्वालदम होते हुए आगे को रवाना हो गया।
रहें मौजूद
इस गोष्ठी में एडवोकेट रंजना सिंह, अल्मोड़ा से अभियान में शामिल हीरा देवी, दिनेश उपाध्याय, डाॅ. भीम सिंह मनकोटी , उछास की भावना पांडे , एठानी , एडवोकेट महीप समेत अन्य लोग शामिल रहे।