अल्मोड़ा में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद में विगत दिनों हुई वर्षा व अतिवृष्टि से प्रभावित हुए लोगाे से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की। इस दौरान उन्होंने हीराडूंगरी निवासी रेखा देवी की पुत्री अरोमा सिंह के मलबे में दबने के कारण हुई मृत्यु पर उनकी माता से मिलकर गहरा दुःख व शोक संवेदना व्यक्त किया। इसके उपरान्त मा0 मुख्यमंत्री ग्राम सिराड पहुॅचकर चन्दन सिंह की पत्नी लीला देवी के मलबे में दब जाने से मृत्यु होने पर उनके परिवारजनों से मिलकर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की।
अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रदेश सरकार हर सम्भव सहयोग के लिए है तैयार-
मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रदेश सरकार हर सम्भव सहयोग के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि आपदा के समय सरकार हर पीड़ित व्यक्ति के साथ खड़ी है और सभी लोग अपने-अपने स्तर से काम कर रहे है। उन्होंने आपदा प्रभावित स्थल का मुआयना करते हुए जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि आपदा मद से इन स्थलों पर सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जाय। उन्होंने कहा कि जल्द ही जनपद में केन्द्र की इन्टर मिनीस्ट्रिीयल सेन्टर टीम पहुॅचकर विभिन्न क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर आपदा से हुई क्षति का जायजा लेगी।
आपदा से निपटने के लिए उपकरणों की आवश्यकता है तो क्रय कर लिए जाए-
इसके बाद माननीय मुख्यमंत्री ने पुलिस लाईन में समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव कार्यों में लापरवाही ना बरती जाए तथा बचाव व राहत कार्यों में तेजी से काम किया जाएं। उन्होंने कहा कि आपदा राहत कोष से नुकसान ग्रस्त लोगों को राहत दी जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि शीघ्र अति शीघ्र आपदा प्रभावित इलाकों में राशन व्यवस्था समेत मूलभूत आवश्यकताओं की व्यवस्था की जाए। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि आपदा से निपटने के लिए उपकरणों की आवश्यकता है तो क्रय कर लिए जाएं। उन्होंने निर्देश दिए की जिन परिवारों को विस्थापित किया जाना है उनके लिए स्थान का जल्द से जल्द चयन कर उन्हें विस्थापित की जाने की कार्रवाई की जाए। प्रशासन को निर्देश दिए कि आपदाग्रस्त लोगों को हर सम्भव सहयोग प्रदान किया जाए। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि जनपद में संचार, सड़क, बिजली तथा पानी जैसी मूलभूत आवश्यकताओं समेत सभी व्यवस्थाओं को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए। है जिससे लोगों को मुसीबत का सामना ना करना पड़े। मा0 मुख्यमन्त्री लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि 07 नवम्बर तक सड़कों को गडढ़ा मुक्त किया जाय।
जनपद में हुई आपदा से क्षति के आकलन की जानकारी ली-
उन्होंने इस दौरान जिलाधिकारी से जनपद में हुई आपदा से क्षति के आकलन की जानकारी प्राप्त की जिस पर जिलाधिकारी वन्दना सिंह द्वारा बताया कि राष्ट्रीय मार्ग व राज्य मार्ग यातायात हेतु खोल दिए गये है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र की बन्द सड़कों को 26 अक्टूबर तक पूर्णरूप से खोल दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि आपदा से हुई क्षति में सभी को मुआवजा वितरित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जनपद में आपदा राहत कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है साथ ही सड़क, पैदल मार्ग, पेयजल लाईन, संचार एवं विद्युत आपूर्ति का कार्य तेजी के साथ किया जा रहा है और सभी परिसम्पत्तियों को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। उन्होंने कहा की मा0 मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का शीघ्र अतिशीघ्र पालन किया जाएगा।
यह लोग रहे मौजूद-
इस दौरान आपदा मंत्री धन सिंह रावत, विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान, सांसद अजय टम्टा, नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष कुन्दन लटवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष रवि रौतेला, पूर्व दर्जा राज्यमंत्री गोविन्द सिंह पिलख्वाल, महामंत्री महेश नयाल, प्रेम शर्मा, आयुक्त कुमाऊॅ सुशील कुमार, डीआईजी निलेश आनन्द भरणे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पाण्डे तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि समेत अन्य लोग मौजूद रहे।