अल्मोड़ा: कांग्रेसजनों ने अग्निपथ योजना के विरोध में निकाली पदयात्रा, राष्ट्रपति को ज्ञापन किया प्रेषित

अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेसजन ने मिलकर
पदयात्रा निकाली और जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया । शिखर तिराहे से पदयात्रा का शुभारंभ किया गया । इसके बाद पंत पार्क में सभा का आयोजन किया गया ।

केन्द्र सरकार ने भारतीय सेना में नियुक्तियों के लिए अग्निपथ योजना का दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय लिया है

ज्ञापन के माध्यम से कहा गया कि  केन्द्र सरकार ने भारतीय सेना में नियुक्तियों के लिए अग्निपथ योजना का दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय लिया है । जिसका कालांतर में देश की सैन्य शक्ति, रक्षा सेवाओं और देश की आंतरिक व्यवस्था पर दुष्प्रभाव की आशंका गैर राजनीतिक स्रोतों द्वारा व्यक्त की जा रही है, जिसमें सेवानिवृत्त वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, अन्य वरिष्ठ प्रबुद्धजन व विशेषज्ञ भी शामिल हैं। हमारा दुःख अपने उन समस्त युवाओं के साथ है जो पिछले कुछ वर्षों से सेना में भर्ती होने का सपना देख तैयारी कर रहे थे ।

इस सम्बन्ध में निम्न बिन्दुवार निवेदन है :

1. भारतीय सेना में पिछले 2-3 वर्षों से नियुक्तियां नहीं हो पाई हैं। भारतीय सेना में लगभग 2 लाख पद रिक्त चले आ रहे है।

2. बताया जाता है कि लगभग 40 हजार पदों को भारतीय सेना में समाप्त किया जा रहा है।

3. अग्निपथ योजना के अन्तर्गत जब युवा सेवानिवृत्त होकर वापस लौटेगा तो उसके भविष्य के सामने बड़ा शून्य खड़ होगा, क्योंकि पेंशन, ग्रेच्यूटी सहित अन्य सुविधाओं के लाभ से वह वंचित रहेगा।

4. शार्ट सर्विस कमीशन के माध्यम से सेना में नियुक्त हुऐ अधिकारी अपने 10-14 वर्ष की सेवा के उपरान्त भी वर्तमान में कई लाभों से आज भी वंचित है।

5. अग्निपथ योजना की घोषणा के साथ कई देशों से तुलना भी की जा रही है, जबकि उन देशों की जनसंख्या व परकैपिटा इनकम में हम बहुत पिछड़े हैं, ऐसे देशों से तुलना न्यायोचित नहीं की जा सकती है।

6. बेरोजगारी की दर वैसे ही आश्चर्यजनक रूप से चिन्ताजनक स्थिति में है। हम बेरोजागारी में हरियाणा के समकक्ष पहुँच सकते गये हैं। हरियाणा को खेती सहित राजधानी दिल्ली के निकट होना व उद्योगों का लाभ मिलता है। कोरोना व केन्द्र की आर्थिक नीतियों के कारण बेरोजगारी की दर लगातार भयावह रूप ले रही है।

7. बताया जाता है कि 2020-21 में स्थायी नियुक्तियों की संख्या लगभग 27 प्रतिशत के करीब घटी है। जबकि 2017 से 2021 के बीच में ठेके पर रखे जाने वाले युवाओं की संख्या दोगुनी हो गयी है स्थायी नियुक्तियां लगभग आधे से भी कम हुई हैं। सरकार लगातार स्थायी नियुक्तियों को समाप्त कर ठेकेदारी व्यवस्था लागू कर रही है।

8. बताया जाता है कि केन्द्र सरकार के अकेले सार्वजनिक उपक्रमों में ही लगभग हजार नियुक्तियां कम की गयी है, जहाँ 2013 में सार्वजनिक उपक्रमों में स्थायी कर्मचारियों की संख्या लगभग 14 लाख 2 हजार थी, वहीं 2020 में स्थायी कर्मचारियों संख्या घटकर 9 लाख 21 हजार रह गयी है। यह आँकड़ा मात्र केन्द्र सरकार के सार्वजनिक उपक्रमों का है। यहाँ तक कि रेलवे में भी लगभग सवा लाख पद रिक्त चल रहे हैं। वहीं कुल विभागों में परीक्षाएँ नहीं करवायी गयी परीक्षाओ के रिजल्ट घोषित नहीं किये गये परीक्षाएं रद्द कर दी गयीं। नियुक्ति पत्र जारी नहीं हुए या नियुक्तियां ही रद्द कर दी गयी।

9. अग्निपथ के नाम पर लगभग 144 सेना भर्ती रदद कर दी गयी हैं व 51 सेना भर्ती रैली में भाग लेने वाले युवाओं का निर्णय आज भी घोषित नहीं किया गया है। पिछले दो वर्ष में 50 हजार युवाओं ने परीक्षा फिजीकल मेडिकल लिखित परीक्षा आदि पास कर ली है। परन्तु उनका सेना में भर्ती होने का सपना अभी तक पूरा नहीं हो पाया है।

अग्निपथ योजना को रद्द करने के लिए केन्द्र सरकार को निर्देशित करने की कृपा करें

अंत में कहा गया की आपसे विनम्र निवेदन है कि हम अल्मोड़ा उत्तराखण्ड के लोग सैन्य परम्परा से भावनात्मक रूप से जुड़े हैं सेना, अर्द्धसैनिक बल, पुलिस में भर्ती होना हर युवा का एक सपना होता है। केन्द्र सरकार पेंशन, ग्रेच्यूटी व अन्य खर्चों के कटौती के उद्देश्य से उपरोक्त नियुक्तियां रद्द कर अग्निपथ जैसे योजना लायी है। हम सब अग्निपथ के विरूद्ध वरिष्ठ नागरिक अभियान के तहत आपसे आग्रह करते हैं कि भारतीय सेना देश की सुरक्षा व युवाओं के हित को देखते हुए। अग्निपथ योजना को रद्द करने के लिए केन्द्र सरकार को निर्देशित करने की कृपा करें।

ये रहे मौजूद

इस अवसर पर पूर्व सीएम हरीश रावत, पूर्व विधान सभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा, विधायक मनोज तिवारी, पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीताबंर पांडे, नगर अध्यक्ष पुरन रौतेला, पीसीसी सदस्य भूपेंद्र भोज, पूर्व दर्जा राज्य मंत्री एके सिकंदर पवार, पूर्व डीसीबी अध्यक्ष प्रशांत भैसोड़ा, नारायण दत्त पांडे, दीवान सिंह, पूर्व प्रमुख रमेश भाकुनी, रमेश बिष्ट, धीरेंद्र गैलाकोटी, महिला जिलाध्यक्ष लता तिवारी, केवल सती, जया टम्टा, तारा तिवारी, दीपा शाह, महिपाल प्रसाद, देवेंद्र सिंह, हरीश चंद्र आर्या, पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष शोभा जोशी, निर्मल समेत अनेक कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।