दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों में सड़कों की समस्या और प्रशासन द्वारा इस समस्या को नज़रअंदाज़ किया जाना कोई नई बात नहीं है। हाल ही में उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में हुई भारी बरसात के बाद जगह जगह सड़कें टूट जाने से यातायात में काफी बाधा आयी है।
डोली में ले जाते हुए महिला की प्रसव पीड़ा से हुई मौत
अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी विकास खंड के ग्राम गल्ली निवासी 22 वर्षीय महिला की प्रसव पीड़ा के दौरान हॉस्पिटल लाते हुए रास्ते में मृत्यु हो गई। गुरुवार की रात गल्ली निवासी पूरन सिंह की पत्नी हीरा देवी को प्रसव पीड़ा हुई। परिजनों ने हीरा देवी को प्रसव के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धौलादेवी लाने के लिए ग्रमीणों को बुलाया। ग्रमीणों ने पूरन के घर पहुंचकर स्थिति को समझते हुए डोली की व्यवस्था कर हीरा देवी को डोली से अस्पताल की ओर लेकर चल पड़े। असहनीय पीड़ा होने के कारण महिला ने आधे रास्ते में ही दम तोड़ दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते दिनों अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ हाइवे से कटी लिंक रोड हनुमान मंदिर डियाराखोली रोलगल्ली मोटर मार्ग के क्षतिग्रस्त हो जाने से यातायात बाधित हो गया है।
दो सप्ताह के बाद भी नहीं खुल पाया रास्ता
हैरत की बात ये है कि पिछले दो सप्ताह से लोनिवि सड़क को खोल नहीं पाया है। जिस कारण क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों की सड़क का हाइवे से संपर्क कटा हुआ है। लोनिवि के अधिशासी अभियंता आशुतोश ने कहा कि आपदा के बाद सड़कों को साफ करने में कई मशीन लगाई गयी हैं हनुमान मंदिर रोलगल्लीमोटर मार्ग को साफ करने में भी मशीन लगी हुई है। चट्टान कटने के बाद आगे की सड़क का मलबा निकाला जाएगा।