अल्मोड़ा: जिला अस्पताल में कम संसाधनों के चलते सफलतापूर्वक किया गया कान का जटिल ऑपरेशन

अल्मोड़ा जिले से जुड़ी खबर सामने आई है। जिला अस्पताल में मरीज के कान की हड्डी गलने का ऑपरेशन ईएनटी विशेषज्ञ डॉक्टर अंकुर गुप्ता द्वारा सफलतापूर्वक किया गया। डॉ. गुप्ता ने बताया की यह ऑपरेशन अल्मोड़ा जिला अस्पताल में अपनी तरह का पहला ऑपरेशन है जिसमें मरीज की कान की हड्डी गलने की बीमारी का जटिलतम ऑपरेशन हुआ है। यह तब किया जाता है जब किसी मरीज के कान में कोलेस्टीयेटोमा होता है एवं साथ ही साथ कान की हड्डियां भी गल जाती हैं।

गुड्डी देवी के कान में कृत्रिम हड्डी और नया पर्दा भी लगाया गया

मरीज गुड्डी देवी बचपन से ही दोनों कान की हड्डी गलने की बीमारी से पीड़ित थी जिसमें कि कान में अक्सर खुजली होती थी, जिसके लिए प्रायः वह कान लकड़ी या इयरबड से खुजलाया करती थी, कई बार खुजाने के दौरान उसके कान से बदबूदार मवाद के साथ साथ खून भी आया करता था। डॉक्टर अंकुर गुप्ता के अनुसार कान में अक्सर खुजली होना इस बीमारी को शुरुआती स्तर पर पहचानने के लिए पर्याप्त होते हैं परन्तु बहुत से मरीज इस स्तर पर इन लक्षणों को अनदेखा कर देते हैं एवं लगातार कान खुजलाना जारी रखते हैं। गुड्डी देवी के केस को समझते हुए डॉक्टर अंकुर गुप्ता ने उसके कान का जटिलतम ऑपरेशन किया। इस ऑपरेशन के दौरान न केवल गुड्डी देवी के कान में मौजूद समस्त गली हड्डी वाले हिस्से को डॉक्टर अंकुर गुप्ता के द्वारा निकाला गया बल्कि उसके कान में कृत्रिम हड्डी को बनाकर भी लगाया गया, तथा गुड्डी देवी के कान में नया पर्दा भी लगाया गया, जिससे कि वह ऑपरेशन के बाद सुनने के लायक हो सके।

संपूर्ण ऑपरेशन को करने में डॉक्टर अंकुर गुप्ता को 5 घंटे का लगा समय

सामान्यतः यह ऑपरेशन केवल मरीज को बेहोश कर कर ही किया जाता है परंतु डॉक्टर अंकुर गुप्ता ने यह जटिलतम ऑपरेशन जिला अस्पताल के स्तर पर ही सुन्न करके अपने कौशल का प्रदर्शन किया है। इस संपूर्ण ऑपरेशन को करने में डॉक्टर अंकुर गुप्ता को 5 घंटे का समय लगा एवं इस दौरान उनको उनकी टीम ओटी सिस्टर नेहा, प्रियंका, सिस्टर इंचार्ज अल्वीना, ओटी टेक्नीशियन गणेश, राजदा, वॉर्डबॉय धर्मेंद्र एवं सफाई कर्मचारी राजेश ने सहयोग दिया। ऑपरेशन के बाद मरीज बिल्कुल स्वस्थ है एवं ऑपरेशन से संतुष्ट हैं

अन्य महानगरों में इस जटिलतम ऑपरेशन की लागत एक से डेढ़ करोड़ तक होगी

डॉ. गुप्ता ने कहा कि इस तरह का जटिलतम ऑपरेशन कुमाऊं एवं गढ़वाल के किसी भी जिला चिकित्सालय अथवा उप जिला चिकित्सालय में किसी भी कान, नाक एवं गला रोग विशेषज्ञ द्वारा आज तक नहीं किया गया है। डॉक्टर अंकुर गुप्ता बताते हैं की हल्द्वानी अथवा अन्य महानगरों में इस जटिलतम ऑपरेशन की लागत एक से डेढ़ लाख तक आती है।

23 वर्षीय युवक के दाएं कान के पर्दे के छेद का ऑपरेशन सुन्न करके दूरबीन पद्धति द्वारा किया गया सफलतापूर्वक

डॉ. गुप्ता ने बताया कि इससे कुछ दिन पूर्व भी ने उन्होंने 22 अगस्त को अल्मोड़ा निवासी 23 वर्षीय युवक के दाएं कान के पर्दे के छेद का ऑपरेशन सुन्न करके दूरबीन पद्धति द्वारा सफलतापूर्वक किया है। डॉ. गुप्ता अल्मोड़ा जिला चिकित्सालय में इस प्रकार के ऑपरेशन करते आए हैं।