अल्मोड़ा कुमाँऊ के गांवों में आज एकादशी मनाई जा रही है । इसी क्रम मे गौ सदन ज्योंली अल्मोड़ा में भी एकासि (एगास ) पर्व मनाया गया । गौ सदन ज्योली में गाय व बैलों को उनका मनपसन्द आहार भट्ट के डुबुक मट्ठा खिलाया व पिलाया गया।
ईगास एकादशी पर्व देता पशुओं के प्रति आदर भाव का संन्देश
एकासि पर्व के सम्बन्ध मे गौ लेवा न्यास के सचिव दयाकृष्ण काण्ड़पाल ने कहा ‘हाय बैलों’ की संख्या कम होने से अब एकासि का यह पर्व लोकपर्व की तरह नही मनाया जा रहा ।हर घर परिवार मे अब बैल तो छोड़िये गाय व भैस तक नही है पशुओं के प्रति अनादर का भाव है , ना ही इस पर्व पर किसी शहरी या उन ग्रामीणों ने जिनके पास गौवंश या पशु नही उनके मन में गौवंश के प्रति आदर का भाव प्रकट हो रहे है पर ईगास एकादशी पर्व तो पशुओं के प्रति आदर भाव का संन्देश देते है ।
गौरतलब देव उठावनी एकादशी सभी शुभ कार्यो को आरम्भ करने की तिथि है । भारत एक कृर्षि प्रधान देश है । इसकी सभी तिथियां कृर्षि से सम्बन्धित है ।
एकादशी के इस पर्व पर आज गौसदन ज्योंली मे सभी गौवंश को ग्रामीण परम्परानुसार मीठा भात व केले आदि खिलाये गये । यद्यपि परम्परानुसार उनका स्नान ध्यान नही हो सका , पर परम्परा प्रतीकात्मक रूप से निभाई गई । चन्द्रमणि भट्ट प्रात: ही गौसदन पहुचें वहां कर्मचारियों व सहयोगियो के साथ उन्होंने लोक पर्व की परम्पराओं को निभाया ।