अल्मोड़ा: वन श्रमिकों ने विनियमितीकरण समेत तीन सूत्रीय मांगों का निराकरण नहीं होने पर जताई नाराजगी, किया प्रदर्शन

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। अल्मोड़ा में विनियमितीकरण समेत तीन सूत्रीय मांगों का निराकरण नहीं होने से वन श्रमिकों में नाराजगी बनी हुई है।

वन श्रमिकों ने जताया आक्रोश

मिली जानकारी के अनुसार जिस पर श्रमिकों ने कुमाऊं वन श्रमिक संघ के बैनर तले चितंन सभागार परिसर के गेट पर प्रदर्शन किया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि शासन की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद भी विभाग में तीन-चार दशकों से कार्यरत श्रमिकों का विनियमितीकरण नहीं किया गया है। इसके अलावा श्रमिकों ने कहा कि करीब चार सालों तक महंगाई भत्ता और न्यूनतम वेतन दिया गया। लेकिन वर्तमान में उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली के आदेश के बाद भी महंगाई भत्ता रोक दिया गया है। बताया कि विभाग में तैनात कई दैनिक श्रमिकों को दो वर्ष से वेतन का भी भुगतान नहीं किया गया है। श्रमिक पूरे मनोयोग से कार्य कर रहे हैं। बीते 13 जून को बिनसर अभयारण्य क्षेत्र में हुए अग्निकांड में अपनी जान गंवा दिए। लेकिन इसके बाद भी श्रमिकों की मांगों को अनदेखा किया जा रहा है।

उठाई यह मांग

जिस पर श्रमिकों ने बीमा करने, आग बुझाने के दौरान पर्याप्त उपकरण देने की भी मांग उठाई है।

रहें मौजूद

इस मौके पर खिलानंद भट्ट, उत्तम सिंह, दिनेश चंद्र चंदोला, शिवराज सिंह, सरस्वती देवी, गणेश सिंह, ठाकुर सिंह, दरपान सिंह, दीवान सिंह, श्याम सिंह, गोविंद सिंह, माधवानंद जोशी, जीवन सिंह, सुंदर सिंह, गणेश लाल, मनोज सिंह नेगी, बलवंत सिंह कार्की, बचे सिंह, गोविंद सिंह बोरा, यशपाल सिंह, शिवराज सिंह, घनानंद भट्ट, चंदन सिंह, कमलेश सिंह, बाला दत्त भट्ट, कैलाश चंद्र, पूरन सिंह कनवाल, पूरन राम, खजान चंद्र त्रिपाठी आदि लोग मौजूद रहे।