अल्मोड़ा: NDA की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए सुनहरा अवसर, 35 days NDA Bootcamp में करें प्रतिभाग, मिलेगा यह लाभ

एनडीए की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए जरूरी खबर सामने आई है। 35 days NDA Bootcamp शुरू होने वाला है। जिसमें इच्छुक युवा प्रतिभाग कर सकते हैं।

350 से अधिक बच्चो को सेना मे अफसर बना चुके हैं रुद्र रावत, 35 दिनों मे तैयारी कराने का उठाया जिम्मा

NDA -154 की लिखित परीक्षा जो 1 सितम्बर को होनी है (written)  की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए रुद्र रावत जो 350 से अधिक बच्चो को सेना मे अफसर बना चुके है, और अब तक 5 बार उनके द्वारा तैयार किए हुए बच्चे ऑल इंडिया प्रथम स्थान (Air 01)  भी मेरिट में आए हैं। उन्होंने उत्तराखंड के 15 बच्चो को 35 दिनों मे तैयारी कराने का जिम्मा लिया है। जिसके लिए वे बच्चो को अपनी अकेडमी (The Warriors DEN) गैरखेत, मासी,  अल्मोड़ा मे कराएंगे।

20 जुलाई से शुरु होने जा रहा है यह बूट कैंप

जो 20 जुलाई से शुरु होने जा रहा है। जिसका नाम 35 days NDA Bootcamp रखा गया है। जिसमे बच्चों को रोज 16 घंटे एक डिस्ट्रेक्शन फ्री माहौल में कढ़े अनुसासन से पढ़ाया जायेगा ओर ये सुनिश्चित किया जायेगा की हर एक बच्चा इस exam को क्लियर करे।

इस नंबर पर करें संपर्क, लें जानकारी

यदी आप भी इसका हिस्सा होना या अपने किसी परिजन को बनाना चाहते है, तो आप दिये गये नंबर (9935557039) पर फोन कर अधिक जानकारी ले शकतें है। Written के साथ साथ ssb की तैयारी भी करते है ताकि बच्चा 1 बार मे ही Nda निकाल सके , ओर उसे बार बार या दोबारा से ssb की कोचिंग मे पैसा ना लगाना पड़े।

बताया यह खास उद्देश्य

एक मात्र उद्देश्य है की उत्तराखंड से वो बच्चे भी ऑफिसर एग्जाम्स दें जो हमेशा ऑपोर्टनिटी के इंतजार में रहते हैं और फाइनेंशियल सपोर्ट ना होने के कारण प्रिपरेशन नहीं कर पाते।

निशुल्क प्रशिक्षण का लाभ

इसके साथ ही उत्तराखंड के किसी भी बच्चे को जो आर्थिक रूप से कमजोर है, उसे निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। यदि कोई इच्छुक अभ्यर्थी किसी वित्तीय समस्या के लिए कोचिंग करने में सक्षम नहीं है और किसी कोचिंग या लिखित या एसएसबी को क्लीयर करने में दिक्कत आ रही है, तो उसका रहना, खाना, सब कुछ पहाड़ी अंकल के ओनर भरत जुयाल और भूपेन्द्र रावत के द्वारा स्पोनसर किया जाएगा। इसके लिए उन्हें पहले प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी, उसके बाद एसएसबी की तैयारी तक उनके स्कूल का सारा खर्च पहाड़ी अंकल उठाएंगे।