अल्मोड़ा: राजकीय शिक्षक संघ ने ने इन विषयों की अनदेखी पर जताया रोष, प्रांतीय कार्यकारिणी को भेजा ज्ञापन, उठाई यह मांग

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। अल्मोड़ा में राजकीय शिक्षक संघ ने शारीरिक शिक्षा और संस्कृत विषय की अनदेखी पर नाराजगी जताई है।

विषयों पर पद सृजन के लिए उचित कदम उठाने की मांग

इस संबंध में संघ की जिला कार्यकारिणी ने प्रांतीय कार्यकारिणी को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में कहा कि सरकार की ओर से राउमावि और राइंका में पद सृजन के संबंध में आदेश जारी किए गए हैं, लेकिन जारी निर्देशों में शारीरिक शिक्षा व संस्कृत विषयों के पद सृजन में अनदेखी की गई है। कहा कि शारीरिक शिक्षा बच्चों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इससे बच्चे शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से स्वस्थ बनते हैं। बच्चों को एक लक्ष्य तय कर उसे प्राप्त करने की प्रेरणा देते है। वहीं, संस्कृत हमारी सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा है। राज्य में इसे दूसरी राजभाषा का दर्जा भी प्राप्त है, लेकिन इन दोनों विषयों के महत्व को समझे बिना इनकी अनदेखी की जा रही है।

रहें शामिल

इस मौके पर ज्ञापन भेजने वालों में जिलाध्यक्ष भारतेंदु जोशी, जिला मंत्री भूपाल सिंह चिलवाल, दिनेश पंत, मीनाक्षी जोशी, कैलाश सिंह रावत, अजरा परवीन, मदन सिंह भंडारी, रैना अधिकारी, जीवन सिंह नेगी रहें।