अल्मोड़ा: अनशन के बाद सुधरी मेडिकल कॉलेज की स्वास्थ व्यवस्था, पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक स्वयं करेंगे मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण

अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज की बदहाल हो चुकी स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक ने फरवरी माह में मेडिकल कॉलेज प्रशासन को अल्टीमेटम दिया था कि यदि 14 मार्च तक मेडिकल कॉलेज में आम जनता को स्वास्थ्य सम्बंधित सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गई तो वे विवश होकर 15 मार्च से मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य कक्ष के बाहर अनिश्चित कालीन आमरण अनशन करेंगे।

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के द्वारा 1 मई तक सभी स्वास्थ सुविधाएं दुरुस्त करने की बात की गई

मेडिकल कॉलेज प्रशासन इसके बाद भी नींद से नहीं जागा एवं स्वास्थ्य सेवाओं में कोई सुधार नहीं हुआ।जिस पर पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक 15 मार्च को मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य कक्ष के बाहर अनशन पर बैठ गये जिसमें उनके साथ सैकड़ों की संख्या में अल्मोड़ा की आम जनता भी धरने पर बैठ गई।इस घटनाक्रम से मेडिकल कॉलेज प्रशासन के हाथ पांव फूल गए तथा आनन- फानन में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने मौके पर उपस्थित होकर पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक की सभी मांगे एक माह के भीतर पूरी करने का आश्वासन दिया तथा अनशन समाप्त करने का निवेदन किया। बिट्टू कर्नाटक के द्वारा लिखित में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से सभी मांगे पूरी करने का पत्र लिया गया। जिसमें मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के द्वारा 1 मई तक सभी स्वास्थ सुविधाएं दुरुस्त करने की बात कही गई।

ये थी प्रमुख मांगें

उनकी मुख्य मांगो में ऑपरेशन थिएटर को प्रारम्भ किया जाना, आई .सी. यू.की सुविधा उपलब्ध कराया जाना, एन. आई .सी. यू की सुविधा उपलब्ध कराया जाना, एम. आर.आई.मशीन का संचालन किया जाना, ईको जांच प्रारंभ किया जाना, ऑक्सीजन प्लांट को तत्काल प्रारम्भ किया जाना,चिकित्सा के पर्याप्त उपकरणों को उपलब्ध कराया जाना, विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति किया जाना,ब्लड बैंक को प्रारंभ किया जाना शामिल था।

अधिकांश मांगे की गई पूरी

आज प्रेस को जारी एक बयान में पूर्व दर्जामंत्री कर्नाटक ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के द्वारा दूरभाष पर उन्हें लगातार सूचित किया जा रहा है कि उनकी अधिकांश मांगे पूरी कर दी गईं है ।उन्होंने कहा कि वे स्वयं 11 अप्रैल को मेडिकल कॉलेज जाकर देखेंगे कि वाकई में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए उनकी जनहित में जो मांगे थी वो पूरी हुई है या नहीं।उन्होंने कहा कि जब तक जनता को मेडिकल कॉलेज में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलेंगी तब तक वे चैन से नहीं बैठेंगे।