अल्मोड़ा: शहरों के विकास के साथ- साथ गाँव का विकास भी अति आवश्यक है । इसी की तर्ज़ पर सरकार गांवों के विकास को अपनी प्राथमिकताओं में गिनाती है, लेकिन बहुत से ग्राम पंचायतों को उन्हें अपने ही हाल पर ऐसे ही छोड़ दिया गया है । किसी भी गाँव में बिना विडीओ के विकास असंभव है विडीओ की कमी से कई योजनायें प्रभावित हो रही है । जिससे गाँव के विकास पर सीधा असर पड़ रहा है ।
ग्रामीणों को भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है
जिले की 1160 ग्राम पंचायतों के विकास के लिए कुल 106 ग्राम विकास अधिकारियों के पद सृजित है । और 60 पद खाली चल रहे हैं । इस प्रकार एक-एक ग्राम विकास अधिकारी के पास 30 से 40 ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों का भार है । ऐसे में गाँव के विकास पर असर के साथ- साथ ग्रामीणों को भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ।
ये कार्य हो रहे प्रभावित
ग्राम विकास अधिकारी की कमी से गांवों के विकास पर असर पड़ने के साथ ही ग्रामीणों को भी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
ग्राम विकास अधिकारी की कमी से मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, एनएचएम, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, पीएम आवास योजनाएं भी प्रभावित हो रही है ।