अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। अल्मोड़ा में बीते कल दिनांक 26 3 2025 को देवभूमि उद्योग नगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय साह रिक्खू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की।
जारी विज्ञप्ति में कहीं यह बात
जिसमे उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा में संयुक्त टीम के द्वारा अतिक्रमण के नाम पर जो गरीब एवं असहाय लोगों को हटाने का काम किया जा रहा है, क्या वास्तव में संयुक्त टीम अल्मोड़ा नगर के अतिक्रमण के लिए गंभीर है या इन गरीबों को हटाकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करना चाह रही है। अगर संयुक्त टीम वास्तव में सांस्कृतिक नगरी के उज्जवल भविष्य के लिए चिंतित है तो उनको सर्वप्रथम उन पक्के अतिक्रमण को हटाना चाहिए। जिन पूंजी पत्तियां ने पैसे के बलबूते पर अल्मोड़ा नगर की फिजा को खराब करने का काम किया है। संयुक्त टीम के द्वारा अतिक्रमण पर कार्रवाई करने से पहले व्यापार मंडल एवं जनप्रतिनिधि की एक बैठक लेनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के द्वारा भी इस पर से शब्दों में कहा है कि भारत का रहने वाला नागरिक किसी भी नगर किसी भी गांव में जाकर अपनी रोजी-रोटी के लिए संघर्ष कर सकता है। यह उसका अधिकार है यह गरीब लोग रोज सुबह सभी छोटे-छोटे सामानों को झूले में रखकर अपने घर को चले जाते हैं तो ऐसे में यह अतिक्रमण कहां से हुआ। आज अल्मोड़ा के कुछ पूंजीपतियों के द्वारा अपने पैसे के बलबूते पर कई जगहों पर पक्के अतिक्रमण किए गए हैं इसकी जानकारी संयुक्त टीम को भी है। परंतु बड़े दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि अतिक्रमण की संयुक्त टीम के द्वारा उन पक्के अतिक्रमण का अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ दंडित कार्रवाई करनी चाहिए ना कि गरीब असहाय को अतिक्रमण के नाम पर उनकी रोजी रोटी छीनकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करनी चाहिए। अगर संयुक्त टीम के द्वारा किसी पक्के अतिक्रमण पर कार्रवाई की जाएगी तो व्यापार मंडल इसका स्वागत करेगा।
धरना प्रदर्शन को होंगे मजबूर
अतिक्रमण के नाम पर किसी भी गरीब एवं असहाय व्यापारियों के खिलाफ उनके शोषण करने की कोशिश की जाएगी तो व्यापार मंडल को मजबूरन होकर व्यापारी एवं जनप्रतिनिधि को एकजुट करके संयुक्त टीम के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी संयुक्त टीम की होगी।