अल्मोड़ा: रसाई गैस, खाद्य वस्तुओं के लगातार बढ़ रहे दामों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। खाद्य वस्तुओं के फुटकर और थोक कारोबार में लगातार महंगाई का तड़का लग रहा है। महंगाई के कारण आम आदमी जरूरत की खाद्य सामग्री के लिए परेशान हो रहा है।

जेब पर मार पड़ना शुरू
बीते कई समय से महंगाई के वार से घर-बाहर लोगों की जेब पर मार पड़ना शुरू हो गई है। खाद्य तेलों के साथ ही चावल, आटा समेत दालों पर महंगाई का खासा असर हो जाने से हर कोई परेशान है। अब घर चलाना मुश्किल हो रहा है। वहीं घरेलू गैस सिलिंडर, खाद्य सामग्री के साथ ही कुछ न कुछ बढ़ोतरी हो रही है। आटा, चावल, दालें आदि सभी चीजों के दामों में बढ़ोत्तरी हुई है। अधिकांश सामग्री में दस फीसद तक बढ़ोत्तरी पिछले कुछ माह में हुई है। कारोबारियों का कहना है, कि थोक दामों में बहुत बढ़ोत्तरी हुई है। आटे के दाम पिछले साल के लगभग बराबर ही है, हालांकि चावल के दामों में बढ़ोत्तरी हुई है। सबसे अधिक महंगा सरबती चावल हुआ है। इसके अलावा इस समय तेल के दाम में भी बढ़े है, जबकि दालों के दामों में भी बढ़ोत्तरी हुई है।
बोले कारोबारी
भूपेंद्र सिंह, रिटेल कारोबारी, लोअर मालरोड अल्मोड़ा ने कहा कि खाद्य पदार्थों के दामों में इन दिनों बढ़ोत्तरी हुई है। रोजमर्रा के सभी प्रकार की सामग्री दस फीसद तक महंगी हुई है। ग्राहक इन दिनों समान में कटौती कर खरीदारी कर रहे है।
खाद्य पदार्थों के दाम
(खाद्य सामग्री) (पहले) (अब)
चावल 32 38
आटा 28 34
चना दाल 70 80
अरहर 100 115
मल्का 90 100
मसूर 80 100
सरसों तेल 150 185
रिफाइंड तेल 160 190
अंगूरी चावल 38 44
बासमती चावल 90 110
नोट-(प्रति किलो/प्रति लीटर में)