अल्मोड़ा: वेंडर जोन का निर्माण काम अब तक नहीं हो सका शुरू,100 से अधिक फड़ व्यापारी हैं पालिका में पंजीकृत

अल्मोड़ा में फड़ फेरी व्यापारियों के लिए वेंडर जोन बनाने की योजना परवान नहीं चढ़ पाई है। इस कारण आज भी फड़ फेरी व्यापारी बाजार में खुले आसमान के नीचे दुकान लगाने को मजबूर हैं। धनराशि स्वीकृत होने के बाद भी निर्माण काम शुरू नहीं होने से फड़ व्यापारियों ने नाराजगी जताई है।
  दरअसल, नगर पालिका अल्मोड़ा ने फड़ व्यापारियों की सुविधा के लिए वेंडर जोन बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा। योजना के तहत मुख्य बाजार समेत नंदा देवी और अन्य स्थानों पर बाहर से फड़ लगाने वाले व्यापारियों को शिफ्ट करने की योजना थी। लेकिन इधर योजना में धनराशि स्वीकृत होने के बाद भी लंबे समय से काम शुरू नहीं हो पाया जिस वजह से फड़ व्यापारी अब भी खुले आसमान के नीचे फड़ लगाने को मजबूर है। वहीं पालिका प्रशासन का कहना है कि आगणन के सापेक्ष शासन की ओर से बेहद कम धनराशि स्वीकृत की गई है। जिसके लिए शासन को दोबारा पत्र भेजा गया है।

फड़ व्यापारी पालिका में होते हैं पंजीकृत

वर्तमान में पालिका में 100 से अधिक फड़ व्यापारी पंजीकृत है। जिसमें अधिकांश व्यापारी मुख्य बाजार में खुले में दुकान लगाते है। जिससे खासकर बरसात के समय व्यापारियों को परेशानी झेलनी पड़ती है। इससे उनकी आय पर भी असर पड़ता है, लेकिन वेंडर जोन बनने से व्यापारियों की यह समस्या दूर हो जाती।

70 दुकानों का होना था निर्माण

पालिका अधिकारियों ने बताया कि 67 लाख से अधिक का आगणन तैयार कर भेजा गया था। इसमें 70 दुकानों का निर्माण होना था, लेकिन शासन की ओर से 43 लाख 57 हजार की धनराशी ही स्वीकृत हुई है। ऐसे में 42 से अधिक दुकानों का निर्माण करना मुश्किल था।

फिर से भेजा शासन को पत्र

प्रकाश चंद्र जोशी, पालिकाध्यक्ष का कहना है कि
वेंडर जोन निर्माण के लिए शासन को आगणन तैयार कर भेजा गया था, लेकिन उसके सापेक्ष काफी कम धनराशि स्वीकृत हुई है। फिर से शासन को पत्र भेजा कि किन-किन मदों पर पैसा काटा गया है। अभी तक दो बार पत्र भेज चुके, लेकिन अभी तक शासन से कोई जवाब नहीं आया है।

वेंडर जोन के लिए ऐसी जगह चिह्नित की जाए, जहां लोगों की आवाजाही अधिक हो

नवीन चंद्र आर्या, फड़ पटरी यूनियन अध्यक्ष ने कहा कि वेंडर जोन के लिए ऐसी जगह चिह्नित की जाए, जहां लोगों की आवाजाही अधिक हो, जल्द से जल्द वेंडर जोन का निर्माण किया जाना चाहिए।