अल्मोड़ा जिले से जुड़ी खबर सामने आई है। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत रविवार को अल्मोड़ा में क्रांति तीर्थ संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संस्कृति निदेशालय की ओर से आयोजित संगोष्ठी में स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारियों को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। देश की आजादी में स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को याद किया गया।

12 से अधिक स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारियों को प्रतीय चिन्ह और शॉल ओढ़ाकर किया गया सम्मानित
नगर के एक होटल सभागार में आयोजित संगोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार अभिताभ ठाकुर ने किया। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में स्वतंत्रता सेनानियों ने अलग-अलग धाराओं के साथ जुड़कर आंदोलन को क्रमबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया। कहा कि स्वतंत्रता संग्रामियों ने विषम परिस्थितियों में भी अपना सर्वस्व न्यौछावर कर भारत की आजादी के लिए सर्वोच्च भूमिका का निर्वहन किया। विशेष अतिथि सांसद अजय टम्टा ने उत्तराखंड के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान को याद किया। इस दौरान 12 से अधिक स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारियों को प्रतीय चिन्ह और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

मौजूद रहे
एसएसजे विवि कुलपति प्रो. जगत सिंह बिष्ट, कार्यक्रम संयोजक प्रो. एनडी कांडपाल, भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश बहुगुणा, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, पूर्व विस उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान, डीसीबी अध्यक्ष ललित लटवाल, गोविंद सिंह पिलख्वाल, डॉ. चंद्र प्रकाश फुलोरिया, प्रो. प्रवीण सिंह बिष्ट, प्रो. शेखर जोशी, इंद्र मोहन, जगदीश, विनोद प्रजापति, राजेंद्र जोशी, गिरजा किशोर पाठक, मोहन रावल, हेमंत जोशी, योगेश नयाल, शिवम पांडे, आशुतोष, विरेंद्र, दिवाकर, गोविंद लक्ष्मण सिंह भोज, बद्री विशाल अग्रवाल, संजय गुप्ता, सुरेश कांडपाल, आलम सिंह उनियाल समेत कई लोग मौजूद रहे।