नगर के मोहल्ला गुरुरानी खोला में चल रहे दस दिवसीय देवी श्रीमद् देवी भागवत कथा पुराण के आज तीसरे दिन कथावाचक ब्यास ललित मोहन कांडपाल ने बताया भागवत कथा में कहा गया है कि कलयुग में सत्संग का मार्ग ही जीवन का उद्धार करता है मनुष्य को निरंतर सत्संग के माध्यम से सत्कर्मों में जीवन लगाना चाहिए।
जीवन में मरण निश्चित है मनुष्य के साथ उसके कर्म ही जाते हैं
उन्होंने कहा कि हमारे ग्रंथ हमें बताते हैं कि ईश्वर ने जो जीवन हमें प्रदान किया है उसे काम क्रोध लोभ मोह के जाल से बचाकर सत्कर्मों लगाना चाहिए । जीवन में मरण निश्चित है मनुष्य के साथ उसके कर्म ही जाते हैं। इसलिए हमें सब कर्मों के माध्यम से जीवन को सफल बनाना चाहिए। इस अवसर में माताओं बहनों ने संगीतमय कथा का श्रवण किया।
इस अवसर पर मौजूद रहे
इस अवसर पर यजमान रवि कमल जोशी, लक्ष्मी जोशी, नवीन चंद्र गुरुरानी, दीपा गुरुरानी, मोहन गुरुरानी, दिनेश चंद्र गुरूरानी, महेश चंद्र गुरुरानी, भुवन गुरुरानी, प्रदीप जोशी, कैलाश गुरुरानी ,दर्शन भोज,सुधीर कर्नाटक, दयाल पांडे,प्रदीप तिवारी, चंपा गुरुरानी, दीपा कांडपाल, आशीष गुरुरानी,गिरीश कांडपाल सहित भारी संख्या में श्रद्धालु गण उपस्थित थे ।