अल्मोड़ा: एसएसजे विश्वविद्यालय की डा0 ममता पंत को ‘Daughter of Uttarakhand’ पुरस्कार से किया गया सम्मानित, यह पुरस्कार पाने वाली बनी कुमाऊं की पहली महिला

सोेबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा के हिंदी विभाग में असिंस्टेंट प्रोफेसर, डा0 ममता पंत को देहरादून में आयोजित पांचवे उत्तराखंड वीमेन समिट एंड अवार्ड 2022 में  में ‘Daughter of Uttarakhand’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष रीतू खंडूरी भूषण एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तराखंड सरकार में केंद्रीय मंत्री  रेखा आर्या उपस्थित रहीं।


डाo ममता पंत यह पुरस्कार पाने वाली कुमाऊं की पहली महिला

यह पुरस्कार  अपने कार्य क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को दिया जाता रहा है। इस वर्ष का यह पुरस्कार डॉ0 ममता पंत के साथ-साथ 4 अन्य महिलाओं को पद्म श्री एवं राष्ट्रपति पुरस्कार अवार्ड डा० माधुरी बर्थवाल द्वारा प्रदान किया गया।  डाo ममता पंत यह पुरस्कार पाने वाली कुमाऊं की पहली महिला हैं। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय अपने गुरुजी प्रोफेसर जगत सिंह बिष्ट को दिया है।

डॉ0 ममता पंत 24 यूके गर्ल्स बटालियन एनसीसी में कैप्टन के रूप में हुई पदोन्नत

मूल रूप से पिथौरागढ़ जनपद के कमतोली गाँव (रामगंगा घाटी, मुवानी) निवासी  डॉ ममता पंत के पति राजेंद्र पंत सामाजिक कार्यकर्ता (संस्थापक उत्तरापथ सेवा संस्था) हैं। बचपन से ही डॉ पंत सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर भागीदारी क़रतीं रही हैं। वह राष्ट्रीय कैडेट्स कोर 24 गर्ल्स बटालियन की ए.एन.ओ भी हैं।  उनके पिता  बीoडीoजोशी धारचूला में सामाजिक कार्यकर्ता हैं तथा माता सेवानिवृत शिक्षिका हैं। बता दें कि आज ही एनसीसी ऑफीसर्स प्रशिक्षण अकादमी,ग्वालियर में आयोजित प्रशिक्षण में डॉ0 ममता पंत 24 यूके गर्ल्स बटालियन एनसीसी में कैप्टन के रूप में पदोन्नत हुई हैं।