अल्मोड़ा:श्री भुवनेश्वर महादेव मंदिर एवं रामलीला समिति कर्नाटक खोला में श्री रामलीला महोत्सव का शुभारंभ

श्री भुवनेश्वर महादेव मंदिर एवं रामलीला समिति कर्नाटक खोला अल्मोडा में श्री रामलीला महोत्सव वर्ष 2022 का विधिवत् शुभारम्भ दिनांक 26.09.2022 को किया गया। जिसमें रावण तपस्या,देवगण स्तुति,रावण अत्याचार,राम जन्म सीता जन्म तक की लीला का भव्य मंचन किया गया। 

  कर्नाटक खोला  में रामलीला  का सफल  मंचन निरन्तर किया जा रहा है

सर्वप्रथम इस वर्ष की रामलीला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डॉ.गिरीश चन्द्र जोशी (प्रवक्ता) कथावाचक /ज्योतिषाचार्य तथा  कु. प्रांजल कर्नाटक जो सी.डी.एस.परीक्षा उत्तीर्ण कर सेना अधिकारी के लिये चयनित हुई हैं के द्वारा किया गया । डॉ.गिरीश चन्द्र जोशी ने रामलीला के सफल मंचन के लिये रामलीला समिति विशेषकर संस्थापक/संयोजक पूर्व मंत्री बिट्टू कर्नाटक को अग्रिम शुभकामनायें देते हुये कहा कि श्री कर्नाटक के प्रयासों के फलस्वरूप ही कर्नाटक खोला  में रामलीला  का सफल  मंचन निरन्तर किया जा रहा है । 

लगन एवं मेहनत के अतिरिक्त ऐसे मंचों से जुडना किसी भी व्यक्ति की सफलता में प्रेरणास्त्रोत होते हैं

अपने संबोधन में  कु. प्रांजल कर्नाटक ने कहा कि वे स्वयं इस मंच की बेटी हैं और इसी मंच में छोटे- बडे अनेकों किरदार निभाकर रामलीला से ही आन्तरिक झिझक मिटाने की शुरूआत हुई है । उन्होंने कहा कि लगन एवं मेहनत के अतिरिक्त ऐसे मंचों से जुडना किसी भी व्यक्ति की सफलता में प्रेरणास्त्रोत होते हैं और आज आवश्यकता है कि ऐसे मंचों के माध्यम से बालिकाओं को आगे बढने की प्रेरणा एवं प्रोत्साहन मिलता रहे । उन्होंने बालिकाओं को मंच के माध्यम से निरन्तर प्रोत्साहित करने के लिये रामलीला समिति के संरक्षक बिट्टू कर्नाटक की भूमि-भूरि  सराहना की । दोनों अतिथियों को गणमान्यजनों द्वारा अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया तथा संरक्षक बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि आज की नयी पीढी को डॉ.गिरीश चन्द्र जोशी एवं कु. प्रांजल से प्रेरणा लेनी चाहिये तथा ऐसे सामाजिक कार्यो से जुडकर समाज में फैल रहे नशे रूपी दानव से दूर रहकर समाज के विकास एवं उत्थान हेतु कार्य करना चाहिये ।


प्रथम दिवस की लीला में सीता आदि का जन्म तक की लीला का  मचंन किया गया

प्रथम दिवस की लीला में रावण,कुम्भकर्ण और विभीषण द्वारा तपस्या एवं वरदान प्राप्त करना,रावण अत्याचार,देवगण स्तुति,राम -सीता आदि का जन्म तक की लीला का  मचंन किया गया । जिसमें महादेव (शिव) के पात्र सुनीता पालीवाल,पार्वती-कंचन पाण्डे,रावण तपस्वी रावण डॉ.विद्या कर्नाटक,तपस्वी कुम्भकर्ण-सन्तोष जोशी,तपस्वी विभिषण राहुल जोशी,  रावण प्रथम दिवस गौरव जोशी ,नारद एवं मुनि-बद्री प्रसाद कर्नाटक, मुनि तनोज कर्नाटक,दशरथ-रीता पाण्डे,जनक-अशोक बनकोटी,राम जन्म पर मंगलगीत गायिका पारू उप्रेती,कविता पाण्डे,रेखा जोशी,गीता जोशी आदि ने अपने अभिनय से सभी का मन मोह लिया ।

श्री भुवनेश्वर महादेव मन्दिर एवं रामलीला समिति की सदैव अग्रणी भूमिका रहती है

        बालिका को प्रोत्साहित करने तथा समाज में आगे लाने के लिये श्री भुवनेश्वर महादेव मन्दिर एवं रामलीला समिति की सदैव अग्रणी भूमिका रहती है इसी क्रम में इस वर्ष भी बालिकाओं कलाकारों एवं विगत वर्ष की महिला रामलीला के कलाकारों का दबदबा कायम रहा जिसमें देवगण स्तुति में दस बालिकाओं ने मंच साझा कर अहम भूमिका निभाते हुये अपने अभिनय से सभी का मन मोह लिया । देवगण के रूप में मेघना पाण्डे,दिव्या जोशी,रश्मि काण्डपाल,काव्या पालीवाल,गरिमा तिवारी,निधि रावत,अंशु नेगी,भावना काण्डपाल,मिनाक्षी जोशी तथा पृथ्वी -रक्षिता अल्मियां ने भूमिका निभाई ।