अल्मोड़ा: इंटरनेशनल आर्कियोलॉजी काउंसिल इंडिया एंड साउथ ईस्ट एशिया की कार्यकारिणी का गठन

अखिल भारतीय साहित्य परिषद,उत्तराखंड और एस ए आर जी ए एच :ए रिसर्च मेंनिफेस्टेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित  हिन्दू टेम्पल आर्किटेक्चर इन साउथ एशिया विषयक कांफ्रेंस  में परिषद की घोषणा की गई। इस कॉन्फ्रेंस के आयोजक अखिल भारतीय साहित्य परिषद,उत्तराखंड  के राज्य अध्यक्ष डॉ सुनील पाठक और एस ए आर जी ए एच :ए रिसर्च मेंनिफेस्टेशन की फाउंडर मेधा पांडे रहीं। इस परिषद की केंद्रीय कार्यकारिणी में एसएसजे विश्वविद्यालय में कार्यरत डॉ ललित जोशी को भी शामिल किया गया है।

ऐतिहासिक क्षेत्रों पर अध्ययन,भारतीय संस्कृति के आदान-प्रदान, शोध गतिविधियों  के संचालन के लिए कार्य करेगी

कांफ्रेंस में इंटरनेशनल आर्कियोलॉजी काउंसिल ( इंडिया एंड साउथ ईस्ट एशिया की कार्यकारिणी का गठन किया गया। यह परिषद भारत के अलावा कंबोडिया, वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया, श्रीलंका के पुरातत्त्व और ऐतिहासिक क्षेत्रों पर अध्ययन,भारतीय संस्कृति के आदान-प्रदान, शोध गतिविधियों  के संचालन के लिए कार्य करेगी। नव गठित परिषद के संरक्षक डॉ.दीनबंधु पांडे  एवं कुंवर भवानी प्रताप सिंह और डॉ सुनील पाठक संस्थापक अध्यक्ष हैं और मेधा पांडे (संस्थापक  सर्ग ,ए रिसर्च मैनिफेस्टेशन) को  सचिव,डॉ. फान अनह तू, (सांस्कृतिक अध्ययन संकाय के उप-डीन, सामाजिक विज्ञान और मानविकी विश्वविद्यालय (यूएसएसएच), वियतनाम राष्ट्रीय विश्वविद्यालय को  उपाध्यक्ष ,डॉ.रिजा अफिता सूर्या, (व्याख्याता, यूनिवर्सिटास जेम्बर, इंडोनेशिया) को मुख्य संयोजक- इंडोनेशिया जोन, डॉ थ्यू चैनथॉर्न, (उप महानिदेशक, संस्कृति और ललित कला संस्थान, रॉयल एकेडमी ऑफ कंबोडिया को मुख्य संयोजक , कम्बोडिया जोन, डॉ.बाला गोविन्द (मुख्य संयोजक मलेशिया जोन),प्राजना पारमिता को संयोजक ,पश्चिम बंगाल,हर्ष पटेल को संयोजक गुजरात क्षेत्र बनाया गया।

केंद्रीय कार्यकारिणी के सदस्य

केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य के रूप में डॉ. अर्चना डिमरी ( देहरादून,उत्तराखंड),डॉ ललित चन्द्र जोशी ( एसएसजे अल्मोड़ा, उत्तराखंड),पूनम प्रसाद( मुम्बई, महाराष्ट्र),सोली रथा (कम्बोडिया),गोएनावन ए. सांबोडो, (पुरातत्वविद्, इंडोनेशिया) बनाये गए हैं और इस अंतराष्ट्रीय परिषद के संरक्षक रूप में इतिहासकार और पुरातत्वविदडॉ दीनबंधु पांडे  एवं कुंवर भवानी प्रताप सिंह को संरक्षक बनाया गया।

इंडियन आर्कियोलॉजी ग्रुप का संचालन कर भारत की सनातन परंपरा, संस्कृति, इतिहास को लेकर एक विशाल प्रयास

इस अंतराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में गठित काउंसिल के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. सुनील पाठक हैं। उनके संयोजन में देश-विदेश के इतिहासकार, पुरातत्त्वविद, कला मर्मज्ञ एकजुट होकर ऐतिहासिक सूचनाएं, शोध, ज्ञान संप्रेषित कर रहे हैं। भारत सहित कई देशों के शोधार्थी उनसे जुड़कर अनुभवों का लाभ ले रहे हैं। वह इंडियन आर्कियोलॉजी ग्रुप का संचालन कर भारत की सनातन परंपरा, संस्कृति, इतिहास को लेकर एक विशाल प्रयास कर रहे हैं।  इस समूह में कंबोडिया, वियतनाम, इंडोनेशिया,भारत, मलेशिया, श्रीलंका सहित कई देशों के इतिहासकार, पुरातत्वविद, शोधक, विद्यार्थी जुड़े हैं जो निरन्तर जानकारी साझा करते हैं एवं अपनी शोध यात्रा को सबके समक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं।

एसएसजे के डॉ ललित जोशी को इंडिया एंड साउथ ईस्ट एशिया की कार्यकारिणी में सदस्य बनाये जाने से खुशी का माहौल

रिसर्चर डॉ. ललित जोशी को कांफ्रेंस में इंटरनेशनल आर्कियोलॉजी काउंसिल ( इंडिया एंड साउथ ईस्ट एशिया की कार्यकारिणी में सदस्य बनाये जाने से खुशी का माहौल है।ज्ञातव्य है कि घुमक्कड़ एवं रिसर्चर डॉ. ललित चन्द्र जोशी ने अल्मोड़ा के हवालबाग ब्लॉक में स्थित पत्थरकोट गांव में अपनी घुमक्कड़ी के दौरान शैलचित्र (रॉक पेंटिंग्स) खोजे थे। इसके अलावा अल्मोड़ा के दर्जनों स्थानों पर प्रागैतिहासिक काल के कप मार्क्स आदि खोज चुके हैं।