अल्मोड़ा: अल्मोड़ा जिले पर 1 लाख 80 जानवरों के उपचार के लिए लिए केवल 35 डॉक्टर उपलब्ध हैं। पशु चिकित्सा विभाग में लंबे समय से दवाओं की कमी भी लोगों की परेशानी बढ़ा रही है।
अल्मोड़ा जिला लंबे समय से पशु चिकित्साधिकारियों की कमी झेल रहा है। जिले में गाय, भैस, बछड़े सहित करीब 1.80 लाख पालतू पशु हैं। बीमार पड़ने पर उनका उपचार चुनौती बन जाता है।
लंबे समय से विभाग में चल रही है दवाओं की कमी
दरअसल, जिले में इस वक्त महज 35 पशु चिकित्सक ही विभाग के पास उपलब्ध है। कई बार आपातकाल की स्थिति में पशुओं के उपचार के लिए डॉक्टर नहीं मिल पाता है। रविवार को अवकाश के दिन भी उन्हीं चिकित्सकों को पशुओं के उपचार के लिए जाना पड़ रहा है। लंबे समय से विभाग में दवाओं की भी कमी चल रही है ।
लम्पी स्किन रोग का वैक्सीनेशन शुरू
जिले पर लम्पी स्किन रोग का वैक्सीनेशन शुरू कर दिया गया है। अन्य जिलों की सीमाओं से लगे गांवों में इन दिनों पशुओं का टीकाकरण किया जा रहा है। उसके बाद पूरे जिले पर वैक्सीनेशन किया जाएगा।
जल्द की जाएगी दवाओं की आपूर्ति- सीवीओ
उदय शंकर , सीवीओ अल्मोड़ा ने कहा कि बीमार पशुओं के उपचार में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। दवाओं की आपूर्ति भी जल्द की जाएगी।