अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। अल्मोड़ा में नशा नहीं रोज़गार दो जन अभियान चलाया जा रहा है।
धरना स्थल पर कहीं यह बात
जिसमे धरने में अभियान के संयोजक पी सी तिवारी ने कहा कि जहां एक ओर बढ़ती बेरोजगारी के चलते लोगों की बुनियादी जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही है वहीं दूसरी ओर प्रदेश सरकार कदम कदम पर शराब की दुकानें खोल रही है और रोजगार की कमी के चलते और निरंतर बढ़ रही आर्थिक असमानता के कारण समूचे प्रदेश का आम युवा नशे को शिकार हो रहा है। सरकार प्रदेश में घर घर शराब पहुंचाने के लक्ष्य पर काम कर रही है। साथ ही उन्होंने बढ़ते हुए नशे के कारोबार, भ्रष्टाचार, मुनाफाखोरी और बेरोजगारी सहित तमाम बुराइयों के खिलाफ पूरे प्रदेश में जनांदोलन चलाने की चेतावनी दी है। तिवारी ने सरकार से काम के अधिकार को मौलिक अधिकार घोषित करने की मांग भी की है।
किया संबोधित
इस मौके पर धरना स्थल पर सामाजिक कार्यकर्ता शिवदत्त पांडे, पूरन लाल, सुरेश लाल, किशन, मनीषा, कौस्तुभानंद, बसंत खनी, बसंत राम, शंकर दत्त पांडे, शेर सिंह, नारायण राम, आनंद सिंह, मनोज कुमार, हेम सिंह, चंदन लाल आदि ने संबोधित किया।
की यह मांग
वहीं एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के बाद पूरे विकासखंड से आए तमाम युवाओं ने एसडीएम एनएस नगन्याल के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। इस ज्ञापन में जंगली जानवरों के आतंक से पलायन होने, बंजर हो रहे खेतों को आबाद करवाने, परेशान काश्तकारों को निजात दिलाने, तेंदुए के खौफ से परेशान पशुपालकों को मुआवजा दिलाने, राशन की दुकानों में लोगों को नियमित रूप से राशन प्रदान करने, एपीएल परिवारों को भी पहले की तरह राशन प्रदान करने , अधूरे मोटर मार्गों को बनाने, ध्वस्त नौलों का निर्माण, सिंचाई टैंकों का निर्माण, खास्ताहाल पैदल मार्गों और पेयजल लाइनों का निर्माण सहित अनेक मांगें की गई हैं।