उत्तराखंड से जुड़ी खबर है। उत्तराखंड में स्थित चार धामों में प्रमुख धाम बदरीनाथ का प्रवेश द्वार जोशीमठ खतरे की जद में हैं। खुबसूरत शहर जोशीमठ को लेकर खबर सामने आई है।
खतरें में जोशीमठ
जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव ने अब विकराल रूप ले लिया है। मकानों और सड़कों की चौड़ी हो रही दरारों से घबराए जोशीमठ के निवासी लगातार उत्तराखंड सरकार से गुहार लगा रहे हैं। वहीं आज गुरुवार को नैशनल हाईवे-58 (बदरीनाथ-ऋषिकेश मुख्य हाईवे) जाम कर दिया। सड़क पर बैठे लोग निरंतर जल विद्युत परियोजना एनटीपीसी और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही चेतावनी भी दी कि जब तक प्रभावितों के लिए उचित व्यवस्था नहीं कर दी जाती है तब तक वे लोग सड़क पर बैठे रहेंगे और हाईवे जाम करेंगे।
प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर किया शिफ्ट
जिसके बाद अब जोशीमठ में आपातकालीन व्यवस्थाएं शुरू हो गई है। जोशीमठ में भू-धंसाव की समस्या के दृष्टिगत जिला प्रशासन ने बीआरओ के अन्तर्गत निर्मित हेलंग वाई पास निर्माण कार्य, एनटीपीसी तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना के अन्तर्गत निर्माण कार्य एवं नगरपालिका क्षेत्रान्तर्गत निर्माण कार्यो पर अग्रिम आदेशों तक तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। इसके साथ ही जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन भी अग्रिम आदेशों तक रोका गया है। वहीं प्रभावित परिवारों को शिफ्ट करने हेतु जिला प्रशासन ने एनटीपीसी व एचसीसी कंपनियों को एहतियातन अग्रिम रुप से 2-2 हजार प्री-फेब्रिकेटेड भवन तैयार कराने के भी आदेश जारी किए है।