अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। स्वतंत्रता सेनानी राम सिंह धौनी ट्रस्ट की बैठक धारानौला में आयोजित की गई।
धूमधाम से मनाई जाएगी राम सिंह धौनी की जयंती
जिसमें सालम क्रांति के अग्रदूत व जय हिन्द नारे के रचियता राम सिंह धौनी की जयंती धूनधाम से मनाये जाने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर धौनी ट्रस्ट के सचिव भूपेंद्र नेगी ने बताया कि 24 फरवरी को सुबह 9 बजे सिकुड़ा तिराहे स्थिति राम सिंह धौनी पार्क मे स्थापित उनकी आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जायगा। साथ ही कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा।
बैठक में यह लोग रहें मौजूद
इस बैठक में शासन- प्रशासन से पौधार मोटर मार्ग कर्बला से जैंती तक को स्व: धौनी के नाम पर करने की मांग रखी गई। बैठक में शंकर दत्त भट्ट, हयात सिंह, बसंत बल्ल्भ तिवारी, भानु प्रताप सिंह ऐरी, प्रियंका, हरिता नेगी आदि मौजूद रहे।
अल्मोड़ा के इस गांव में हुआ था जन्म
क्रांतिकारी राम सिंह धौनी का जन्म 24 फरवरी 1893 में अल्मोड़ा जिले के तल्ला बिनौला गांव में कुंती देवी और हिम्मत सिंह धौनी के घर में हुआ था। वह बचपन से ही पढ़ाई में कुशाग्र थे। उन्होंने गांव के प्राथमिक विद्यालय से लेकर क्रिश्चियन कालेज इलाहाबाद में बीए तक की पढ़ाई प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की। तब धौनी सालम क्षेत्र से स्नातक उत्तीर्ण करने वाले पहले व्यक्ति थे। धौनी काफी प्रतिभाशाली थे।
देश को दिया था जय हिन्द नारा
महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राम सिंह धौनी ने भारत माता को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने के लिए पूरा जीवन न्योछावर कर दिया। उनकी सादगी और निस्वार्थ देश सेवा आज भी जन-जन के हृदय में अतीत के गौरव का दीप प्रज्वलित किए हुए है। राम सिंह धौनी के समकालीन लोग और अन्य जानकार यह मानते हैं कि उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान 1919 में ही जय हिंद का नारा देना शुरू कर दिया था जबकि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने 1943 में जापान में आजाद हिंद फौज के सैनिकों के सम्मुख यह नारा दिया था।