उत्तराखण्ड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने आज जिलाधिकारी अल्मोड़ा के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक ज्ञापन प्रेषित किया।
ज्ञापन में कहीं यह बात
जिसमें उन्हें अवगत कराया कि कोरोना काल में कोविड-19 के अन्तर्गत वर्ष 2020 में विभिन्न पदों पर चिकित्सालयों में कर्मचारियों की नियुक्ति (आउटसोर्सिंग) की गयी थी । इन कर्मचारियों को मार्च 2022 तक सेवा में रखा गया । अप्रैल 22 से सितम्बर 2022 तक सभी कर्मचारी बेरोजगार रहे । पुनः शासन द्वारा अक्टूबर 2022 से केवल छः माह तक के लिये इन्हें पुनः सेवा में बहाल किया गया। तदोपरांत समस्त कर्मचारी विस्तारीकरण न किये जाने के कारण बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं और अपने परिवार के भरण-पोषण हेतु दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में इन सभी कर्मचारियों ने अपने जीवन की परवाह न कर कोरोना संक्रमितों की सेवा की और पूर्ण ईमानदारी तथा कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया । उक्त सभी कर्मचारी आज पुनः सेवा में बहाली हेतु अनिश्चित कालीन धरना-प्रर्दशन करने को मजबूर हुए हैं । इन कर्मचारियों की मांग हैं कि उन्हें स्वास्थ्य विभाग में पदों के सापेक्ष समायोजित किया जाय ।
मुख्यमंत्री से की यह मांग
बिट्टू कर्नाटक ने अवगत कराया कि स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न पद लम्बे समय से रिक्त हैं । उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि कोरोना काल की विषम परिस्थिति में किये गये कार्यो को दृष्टिगत रखते हुये मानवीय आधार पर समस्त कर्मचारियों को विभिन्न चिकित्सालयों में रिक्त पद के सापेक्ष तत्काल समायोजित किया जाय ताकि कर्मचारी अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें