अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। यहां ललित मोहन लोहनी द्वारा आयोजित “हर्बल टी उत्पादन एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम” पनेरगांव में कोठारी पर्वतीय विकास समिति के सुनील दत्त कोठारी (वंश परंपरागत वैद्य एवं हर्बल टी विशेषज्ञ) द्वारा द्वितीय दिवस मे थांपला गांव की महिलाओं ने भी बिच्छू बूटी (नेटल) पर प्रशिक्षण प्राप्त किया।

पुरूषों व महिलाओं की भागीदारी से आजीविका मिशन को मिली नई दिशा-
इसके अंतर्गत पत्तियों का चुनाव, सुखाने, उपचार तथा मिश्रण विधियों पर जानकारी प्राप्त की, स्थानीय महिला एवं पुरुषों की भागीदारी से इस आजीविका मिशन के कार्य को गति एवं दिशा प्रदान हुई है। साथी साथ स्थानीय कृषक के द्वारा गुलाब की खेती की जानकारी तथा आधारभूत गुणवत्ता विषय पर भी चर्चा रही। ब्लॉक ताकुला के स्थानीय ग्रामीण लोगों की भूमिका को देखकर कार्य नीति का चुनाव में भविष्य में उत्पादन पर भी चर्चा की गई।
संस्था द्वारा उत्पादन को बाजार व्यवस्था से जोड़े जाने की शुरू होगी पहल-
ग्राम प्रधान नीमा देवी ने भी महिलाओं को कार्य के लिए प्रेरित किया, साथ ही साथ लगभग 54 महिला एवं पुरुषों की भागीदारी ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफलता के चरम सीमा तक पहुंचाया है। पलायन से उपजे दर्द को भी कम करने में तथा उत्तराखंड में अगर रोजगार है तो गांव आबाद होंगे। इस मुहिम को बल इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम देते हैं। कुछ समय के पश्चात संस्था द्वारा उत्पादन को बाजार व्यवस्था से जोड़ा जाएगा तथा संबंधित विभागों से संपर्क साधा जाएगा ताकि ब्लॉक ताकुला हर्बल टी विलेज ग्रुप में पहचान ना सके।
यह लोग रहें उपस्थित-
आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उद्यान विभाग की एडीओ जीवनराम आर्य की उपस्थिति मुख्य रूप से रही। साथ ही साथ हेम लोहानी, दीपक कुमार, बंसीधर जोशी, हरीश लोहानी, ज्योति लोहानी, गीता लोहानी, चंपा लोहानी, गुड्डी देवी, एवं हंशई लोहानी आदि की उपस्थिति मुख्य रूप से उपस्थित रहे।