अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। यहां अल्मोड़ा बेस अस्पताल में डीईआसी यूनिट में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत बेरा मशीन स्थापित कर दी गई है।
मरीजों को बाहर शहरों के नहीं काटने पड़ेंगे चक्कर-
जिसके बाद यहां जन्म से लेकर 18 साल तक के बच्चों में सुनने की क्षमता का पता लगाया जा रहा है, जबकि अब तक यह सुविधा किसी भी पर्वतीय जिलों के अस्पतालों में नहीं थी। जिस कारण मरीजों को हल्द्वानी या फिर महानगरों की दौड़ लगानी पड़ती थी। अब अल्मोड़ा समेत पिथौरागढ़ और बागेश्वर के पर्वतीय जिलों के मरीजों को यह सुविधा बेस के डीईआसी कक्ष में ही मिलने लगी है। इस संबंध में अडियोलॉजिस्ट सुरेश जोशी ने बताया कि अब तक यहां सात से आठ बच्चों को बेरा टेस्ट किया जा चुका है।