अल्मोड़ा: कदली वृक्ष के रूप में नंदादेवी मंदिर में विराजमान हुई मां नंदा-सुनंदा

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। ऐतिहासिक मां नंदा-सुनंदा देवी मेले के तीसरे दिन शनिवार की सुबह सूर्योदय से पूर्व धार की तूनी से कदली वृक्षों को नगर भ्रमण के बाद मंदिर में लाया गया। कदली वृक्षों को लाने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी।

कदली वृक्षों की पूजा अर्चना-

इस बीच नगर मां के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। पारंपरिक वेशभूषा में शामिल महिलाओं की टोली ने कर्णप्रिय भजन गाए। चंदवंशज करन चंद्र सिंह और युवराज नरेंद्र चंद्र सिंह ने कदली वृक्षों की पूजा-अर्चना की।

नंदा सुनंदा की मूर्तियों का निर्माण-

सप्तमी के दिन मंदिर समिति के लोग और पुजारी धार की तूनी पहुंचे। यहां से कदली वृक्षों को नंदादेवी मंदिर परिसर में लाया गया। मंदिर परिसर में कदली वृक्षों की पूजा अर्चना की गई। उसके बाद दिन में मां नंदा सुनंदा की मूर्तियों का निर्माण शुरू हुआ। मां नंदा सुनंदा की मूर्तियों का निर्माण कर देर रात्रि में उनकी प्राण प्रतिष्ठा की गई। मूर्ति निर्माण में रवि गोयल, सीपी वर्मा, देवेंद्र जोशी, शैलेंद्र वर्मा, रक्षित साह, रवि कन्नौजिया आदि जुटे हैं।

मेले में लगी दुकानों में खरीदारों की लग रही भीड़-

नंदादेवी मेला परिसर में सजी दुकानों में खरीदारी को काफी संख्या में लोग पहुंच रहे है। कहीं बर्तनों की दुकान सजी है तो कईरंग बिरंगे कपड़े बिक रहे है। बच्चो के खिलौने से भी दुकानें सजी है।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम-

नंदादेवी मेले में शुक्रवार रात विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। नंदादेवी मंदिर परिसर में महिलाओं की ओर से झोड़ा गायन कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें नगर की 18 टीमों ने हिस्सा लिया। आज भी यहां कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।