अल्मोड़ा: शोधार्थी आशीष, राहुल, मयंक ने जीजीआईसी एनटीडी इंटर कॉलेज में मासिक धर्म को लेकर चलाया जागरूकता अभियान

अल्मोड़ा में विक्टर मोहन जोशी जीजीआईसी एनटीडी इंटर कॉलेज अल्मोडा में प्रो० इला साह के निर्देशन में शोध कर रहे शोद्यार्थी आशीष पन्त, एवं पत्रकारिता के विद्यार्थी राहुल जोशी व मयंक पन्त ने छात्राओं को पीरियड्स के प्रति जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान आयोजित किया।

छात्राओं को माहवारी के बारे में दी जानकारी

इस दौरान उन्होंने छात्राओं को माहवारी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कराई। इंटर कॉलेज की छात्राओं को सबसे पहले आशीष के शोध कार्य पर बनी डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म दिखाकर पीरियड्स के दौरान ग्रामीण महिलाओं के संघर्ष को दिखाया गया। इसके उपरांत छात्राओं को आशीष और राहुल ने वीरा एनजीओ की सहायता से सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध करवाए। इस दौरान छात्राओं में विशेष उत्साह देखने को मिला।

माहवारी को लेकर कई संकुचित धारणाओं को तोड़ना बेहद‌ जरूरी

इस संबंध में आशीष बतातें हैं कि उत्तराखंड बनने के इतने वर्ष बाद भी माहवारी को लेकर कई संकुचित धारणाएं हैं जिन्हें तोड़ा जाना वर्तमान समय में अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि मासिक धर्म के दौरान कपड़े का इस्तेमाल करना महिलाओं के लिए स्वास्थ्य की दृष्टि से बिल्कुल भी उचित नहीं है इसलिए उनका मकसद है कि वो हर महिला तक सेनिटरी नैपकिन पहुंचाएं इसके लिए उनकी टीम एक रोड मैप तैयार भी कर रहे ही और इसे जल्द ही जमीन पर उतारने हेतु प्रयास करेगी। वह बतातें हैं कि वो लगातार 3 सालों से इस विषय को लेकर कार्य कर रहें हैं विभिन्न संस्थाओं में जाकर लोगों को जागरूक करने हेतु प्रयासरत हैं पर इस दौरान उन्हें सरकार या किसी भी सरकारी संस्था द्वारा कोई मदद प्रदान नहीं की गयी। जीजीआईसी एनटीडी इंटर कॉलेज में हुए कार्यक्रम में शोधार्थी आशीष ने बताया कि वो जल्द ही एक संस्था निर्मित करेंगे जिसके माध्यम से वो पूरे उत्तराखंड और देशभर में काम करने का प्रयास करेंगे। उनका कहना है कि महिलाओं को सिर्फ एक बार सेनिटरी पैड्स उपलब्ध करवाना उनका लक्ष्य नहीं है बल्कि वो नियमित अंतराल में महिलाओं तक सैनिटरी नैपकिन पहुंचाना चाहते हैं जिसके लिए उनकी टीम आने वाले समय में खुद ही इसके पैड्स के निर्माण पर भी विचार करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने ये भी बताया कि सेनिटरी पैड्स बहुत ही बुनियादी आवश्यकता है इसलिये सरकार को इसमें से जीएसटी हटाकर इसे लक्जरी आइटम से बाहर रखना चाहिए।

महिलाओं में माहवारी के संबंध में जागरूकता होना बेहद जरूरी

आशीष के शोध कार्य पर बनी डॉक्यूमेंट्री को निर्मित करने वाले पत्रकारिता के छात्र राहुल और मयंक बतातें हैं कि माहवारी के विषय में समाज में चर्चा होना निंतान्त आवश्यक है इसके लिए उनकी पूरी टीम निरन्तर विभिन्न संस्थाओं से संपर्क कर महिलाओं को जागरूक करने हेतु प्रयासरत रहती है। राहुल ने बताया कि उनकी छोटी सी टीम में वो कार्यों का विभाजन कर लेतें हैं ताकि वो कार्यक्रम से संबंधित आवश्यक चीजें एकत्रित कर पाएं उन्होंने बताया कि वो वर्तमान में वीरा एनजीओ में कार्यरत हैं जहां से उन्होंने छात्राओं को सैनिटरी पैड्स उपलब्ध करवाने हेतु प्रयास किया। राहुल ने आगे बताया कि वीरा संस्था शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, आजीविका सहित कई क्षेत्रों में कार्य कर रही है। वीरा संस्था के डायरेक्टर विनोद डोबाल को जब आशीष के द्वारा किए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों का पता चला तो उन्होंने संपर्क कर वीरा संस्था के माध्यम से उनके इन जागरूकता कार्यक्रमों को और बेहतर बनाने के लिए संस्था की ओर से पैड उपलब्ध कराने की बात कही साथ ही भविष्य में कोई अन्य सहायता के लिए भी संस्था छात्रों के साथ खड़ी रहेगी इसका भरोसा भी दिलाया।

जीजीआईसी एनटीडी की प्रधानाचार्या ने की सराहना

कार्यक्रम में मौजूद जीजीआईसी एनटीडी की प्रधानाचार्या ने कहा कि आशीष एवं उनकी टीम द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है इससे हमारे कॉलेज की छात्राओं को कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुई हैं आशीष के शोध कार्य पर बनी पहाड़ एक्सप्रेस की डॉक्यूमेंट्री में जिन बातों का जिक्र किया गया है वो हमने व्यक्तिगत जीवन में भी महसूस किया है। साथ ही उन्होंने राहुल, मयंक और उनकी पहाड़ एक्सप्रेस टीम का भी धन्यवाद किया। इसके साथ ही उन्होंने छात्राओं और पैड उपलब्ध करवाने के लिए वीरा संस्था का भी धन्यवाद वयक्त किया।

यह लोग रहें मौजूद

इस कार्यक्रम में जीजीआईसी एनटीडी इंटर कॉलेज की प्राचार्य बीना वर्मा सहित शिक्षिका मोवीन फातिमा, हेमलता वर्मा, बेबी जैडा, खष्टी आर्या, उषा जोशी, मुक्ता बिष्ट, स्वरूप कुमारी, प्रेमा तिवारी, भावना धपोला, हिमानी पंत, शोधार्थी आशीष पंत, पत्रकार राहुल जोशी, मयंक पंत, आदि लोग मौजूद रहे।