अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। जिलेभर में फायर सीजन के बीच जंगलों को आग से बचाने के लिए मंगलवार को ‘ओण’ दिवस मनाया गया।
डीएम ने कहीं यह बात
इस मौके पर सोमेश्वर में कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमें डीएम आलोक कुमार पांडे ने कहा कि नदियों को बचाना हो या जंगल की आग पर काबू पाना हो ये सभी कार्य जनसहभागिता के बिना संभव नहीं है। उन्होंने जनसहभागिता पर जोर देते हुए कहा कि यह जल, जंगल और जमीन हम सभी के हैं। इनका संरक्षण करने का दायित्व भी हम सभी का है। सरकारी विभागों के साथ साथ जनसहभागिता से ही जंगल की आग पर काबू पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जंगल में लगी आग को बुझाने में मशक्कत करने से अच्छा है कि हम उस आग को लगने ही न दें। कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में हमारी मातृशक्ति हर क्षेत्र में अग्रणी रहती है। जंगल की आग में शामिल अराजक तत्वों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
किया आह्वान
साथ ही ग्राम प्रहरियों, महिला मंगल दलों एवं सरपंचों ने भी इस कार्यक्रम में भागीदारी की और सभी ने एक स्वर में जंगलों में लगने वाली आग को रोकने का आह्वान किया। कहा कि जंगल हमारे हैं और हमको ही इसे बचाना हैं।
लिया यह संकल्प
अल्मोड़ा वन प्रभाग और जिला आपदा प्रबंधन समिति अल्मोड़ा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्रवासियों ने एक अप्रैल के बाद ओण न जलाने का संकल्प लिया। इस कार्यक्रम के आयोजन में शीतलखेत की जंगल के दोस्त समिति ने सहयोग दिया।