अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। देवेन्द्र पींचा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा द्वारा जनजागरुकता अभियान के तहत सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कर आमजन को अपराधों व सुरक्षा के सम्बन्ध में जागरुक किये जाने हेतु निर्देशित किया गया है।
पुलिस का जागरूकता अभियान
इसी क्रम में दिनांक- 22.02.2024 को थानाध्यक्ष सोमेश्वर कश्मीर सिंह के नेतृत्व में महिला उ0नि0 मोनी टम्टा द्वारा थाना क्षेत्र चनौदा में स्थानीय ग्रामीणों को अपराधों एवं सुरक्षा उपायों के बारे में बताकर जागरुक किया गया। महिला उ0नि0 द्वारा ग्रामीणों को बताया गया कि वर्तमान में इंटरनेट मीडिया के उपयोग के साथ साईबर खतरों की जानकारी भी बहुत जरुरी है। आजकल आये दिन साईबर क्राईम की घटनाऐं हो रही है। साईबर ठग लोगों के भोलेपन का फायदा उठाकर उन्हें नौकरी, लौटरी आदि विभिन्न प्रकार के लुभावने ऑफर देकर उनसे उनके बैंक डिटेल, आधार कार्ड, एटीएम सहित विभिन्न प्रकार की जानकारी प्राप्त कर उनको साईबर ठगी का शिकार बना लेते है। किसी भी अंजान व्यक्ति को फोन कॉल अथवा अन्य आनलाईन माध्यमों से अपनी कोई भी जानकारी नही देने, जागरुकता ही साईबर ठगी से बचने का उपाय है। इस जानकारी को अन्य लोगों से भी साझा करने को कहा गया।
नशे के दुष्प्रभावों की दी जानकारी
नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी देकर नशे से दूर रहने तथा गांव व आस-पास नशा बेचने वालों की सूचना पुलिस को देने हेतु कहा गया। किरायेदार सत्यापन के प्रति जागरुक करते हुए किसी भी बाहरी व्यक्ति को किरायेदार रखने से पूर्व उसका पुलिस सत्यापन अनिवार्य रुप से कराने हेतु बताया गया। सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुक करते हुए यातायात नियमों का हमेशा पालन करने, अपने नाबालिग बच्चों को बालिग होने तक वाहन चलाने को नही देने हेतु बताया गया।
इन नंबरों की दी जानकारी
इसके अतिरिक्त उत्तराखण्ड पुलिस एप की आनलाईन सुविधाओं व हेल्पलाईन नंबर डायल 112, साईबर क्राईम हेल्प लाईन नंबर 1930 सहित थाना/चौकी के हेल्पलाईन नंबरो की जानकारी दी गयी। इस दौरान उपास्थित जनों को भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता एवं भारतीय साक्ष्य विधेयक के सम्बन्ध में भी जानकारी देकर जागरुक किया गया।