अल्मोड़ा: शिक्षा तभी सार्थक है जब उसमें वैज्ञानिक अभिरुचि हो – दयाकृष्ण काण्डपाल

सार्वजनिक दायित्व न्यास का कार्यक्रम रा० इ० का० बाड़ेछीना में सम्पन्न हुआ । कार्यक्रम की  अध्य़क्षता सतीश चन्द्र मिश्रा तथा संचालन के एन. पन्त  ने किया ।  इस अवसर  पर विद्यालय में सरस्वती  पूजन  से कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ  । कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुये ट्रस्ट के सचिव भगीरथ पाण्डे ने ट्रस्ट के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला । अटल आदर्श रा ०इ० का० बाड़ेछीना  के छात्रों ने कोविड के रोकथाम पर नृत्य नाटिका प्रस्तुत किया तथा इसकी वजह से समाजिक बदलाव पर  प्रकाश डाला गया ।

शिक्षा तभी सार्थक है जब उसमें वैज्ञानिक अभिरुचि हो

इस अवसर पर शिक्षा के महत्व पर  प्रकाश डालते हुए कहा कि ट्रस्ट के उपाध्यक्ष दयाकृष्ण काण्डपाल ने कहा कि शिक्षा तभी सार्थक है जब उसमें वैज्ञानिक अभिरुचि हो ।  शिक्षा को दैहिक ,दैविक व भौतिक स्वरूप में अध्ययन करना चाहिये । त्रिगुणात्मक दुनिया को त्रिगुणात्मक अध्ययन से समझना चाहिये । कर्मचारी नेता चन्द्रमणी भट्ट ने पुरानी व नवीन शिक्षा के अन्तर  को  सामने रखा  । पूरन चन्द्र तिवारी ने उत्तराखण्ड के जनांदोलनों मे प्रकाश डाला । कार्यक्रम में ट्रस्ट की ओर से ट्रस्ट के अध्यक्ष विपिन चन्द्र जोशी ने कहा कि ट्रस्ट उनकी पत्नी पुष्पलता जोशी  के नाम से 2011 में स्थापित हुआ । ट्रस्ट पांच इन्टर कालेजो में छात्रवृति योजना  चला रहा है ।  तथा प्रतिवर्ष बीस बच्चों को स्वेटर , 24 बच्चों को स्मृति चिन्ह तथा हाईस्कूल व इण्टर कालेज के प्रथम श्रेणी के उत्तीर्ण बच्चों को प्रोत्साहन राशि प्रदान करता है । इस वर्ष भी बच्चों को यह सामग्री वितरित की गई ।

कार्यक्रम में उपस्थित रहे

कार्यक्रम में समारोह की अध्यक्षता कर रहे विद्यालय के प्रधानाचार्य  सतीश चन्द्र मिश्रा ने आयोजको का धन्यवाद किया।  कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षक छात्र एवम अभिवाहकों के अलावा ट्रस्ट के सतीश चन्द्र जोशी, देवीदत्त लखचौरा,  संजय पाण्डे, पूरन चन्द्र तिवारी, चन्द्रमणी भट्ट, भा गीरथ पाण्डे , दयाकृष्ण काण्ड़पाल आदि उपस्थित थे।