कोरोना का कहर थमते ही बाजार में पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार हो रही वृद्धि से प्रभावित होने जा रहा है। पिछले साल की तुलना में खाने-पीने की वस्तुओं के दाम काफी बढ़ गए हैं। इससे लोग पूरे महीने का राशन भी एक साथ नहीं खरीद पा रहे हैं।
खाद्य तेलों में बीस रुपये तक का उछाल
अल्मोड़ा में रसोई गैस के साथ ही अब खाद्य पदार्थों के दामों में भी अचानक उछाल आने लग गया है। इससे लोगों के रसोई का जायका पूरी तरह फीका हो गया है। दालों और अन्य खाद्य पदार्थों के दामों में करीब 10 से 20 फीसदी तक उछाल आया है। सरसों और रिफाइंड तेल के दाम में भी 20 रुपये प्रति लीटर का इजाफा हुआ है। इससे आम लोग त्राहिमाम करने लगे हैं।
पूरे महीने का राशन साथ नहीं खरीद पा रहे लोग
लोगों का कहना है, कि सरकार को आम आदमी की पीड़ा से कोई लेना देना नहीं रह गया है। सरकार लगातार महंगाई के बोझ से लोगों को दबा रही है। कहा कि कोरोनाकाल से आम आदमी की आमदमी पर असर हुआ है। ऐसे में साल दर साल महंगाई बढ़ती जा रही है। मध्यम वर्गीय परिवारों के सामने अब परिवार का भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है।
कीमतों में और अधिक इज़ाफे होने के आसार:
इस बीच पेट्रो पदार्थों के आसमान छू रहे दामों सामान की कीमतों में और अधिक ईजाफा होने के आसार हैं।
खाद्य पदार्थों के दाम:
सामग्री पहले अब
तेल सरसों 170 190
तेल रिफाइंड 150 170
अरहर 110 120
मल्का 95 100
साबुत चना 65 70
चना दाल 75 80
मसूर 90 100
राजमा 130 150
आटा प्रति किलो 26 30
चीनी 40 42