वरिष्ठ कांग्रेसी नेता/पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक की सहयोगी टीमों द्वारा विधानसभा अल्मोडा के गांव-गांव में खेलों के प्रति बालिकाओं को जागरूक करने का अभियान चलाया जा रहा है । जिसके माध्यम से महिलाओं तथा बालिकाओं को विभिन्न प्रकार के खेलों से जोडने का प्रयास किया जा रहा है । खेलों के प्रति श्री कर्नाटक के विचारों को सहयोगी टीमें गांव-गांव पहुंचा रही हैं तथा बता रही हैं कि खेलने की कोई उम्र नहीं होती है ,शारीरिक खेल एक व्यायाम है ,जो तन के साथ -साथ मन को भी स्वस्थ्य रखता है । ”खेलने के फायदे सबको समझना चाहिये,माता पिता को बालिकाओं को खेलने के लिये प्रोत्साहित करना चाहिये” । खेलों से बालिकाओं में आत्म निर्भर बनने की भावना का उदय होता है, वह केवल अपने लिये न खेल कर पूरी टीम के लिये खेलती हैं । फलस्वरूप बालिकाओं में अपने साथियों के लिये स्नेह तथा मित्रता का विकास होता है ,उसमें अपनत्व तथा एकत्व की भावना जन्म लेती हैं ।
बैटमिंटन किट का वितरण किया गया
इसी अभियान के तहत सहयोगी टीम द्वारा ग्राम सभा तल्ला फलसीमा(अल्मोडा) में कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें बालिकाओं को बैटमिंटन किट का वितरण किया गया । वर्तमान में कोरोना संक्रमण पुनः तेजी से फैल रहा है । सहयोगी टीम द्वारा खेलों के साथ ही सामाजिक दूरी का ध्यान रखने और मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से करने के लिये भी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है तथा बताया जा रहा है कि खेलों से भी शरीर को इम्युनिटी प्राप्त होती है । ” खेल बिना शरीर में हो जाता है शक्ति का अभाव,जिसका पडता है स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव ” । इस जागरूकता अभियान का मुख्य उद्देश्य घरेलू कार्यो/शिक्षा के अतिरिक्त महिलायें/बालिकायें को विभिन्न प्रकार के खेलों से जोडना है ताकि वे अपने शरीर को स्वस्थ्य एवं तंदुरूस्त बना कर अपना शारीरिक एवं मानसिक विकास कर सके । खेल नियमित रूप से मनोरंजन और शारीरिक गतिविधियों को प्राप्त करने का अच्छा साधन है । यह चरित्र और अनुशासन को बनाये रखने में काफी सहायक होता है । खेल मानव जीवन के विकास ,शारीरिक दक्षता,तंदरूस्ती,मानसिक स्वस्थता का आधार हैं । महिलाओं/बालिकाओं के सर्वागीर्ण विकास में खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ।
यह लोग रहे उपस्थित
इस अवसर पर डा.करन कर्नाटक,हेम चन्द्र जोशी,सुमन देबी,प्रियंका,लकिता,गरिमा,निकिता,रश्मि काण्डपाल,किरन कोरंगा,दिव्या पाटनी आदि सहित ग्रामीण क्षेत्र की महिलायें/बालिकायें तथा बच्चे उपस्थित थे ।