अल्मोड़ा: जागेश्वर में सड़क चौड़ीकरण के लिए 1000 देवदार के पेड़ काटने का विरोध, उलोवा ने बताया निंदनीय

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। अल्मोड़ा में स्थित विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में मास्टर प्लान के तहत हो रहे सड़क चौड़ीकरण के लिए करीब 1000 देवदार के पेड़ों को काटने की तैयारी की जा रही है। क्षेत्र के लोग इसके विरोध में उतर आए हैं।

विरोध में उतरे लोग

जिस पर उत्तराखंड लोक वाहिनी ने इसकी निंदा और विरोध किया है। उत्तराखंड लोक वाहिनी के वरिष्ठ साथी जगत रौतेला ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि जो लोग देवदार के 1000 पेड़ काटने जा रहे हैं क्या उन्हें जरा भी इसका भान है की इसका क्या मतलब है ? वाहिनी ने जिस राज्य के लिए संघर्ष किया उसका इस तरह से विनाश निंदनीय है। राम राज्य की बात करने वाले आस्था के इतने बड़े पवित्र धाम का इस तरह  दोहन किसी भी हद तक बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। जो पेड़  काटे जा रहे हैं वह प्राण वायु के साथ-साथ लोगों की आस्था से भी जुड़ा हुआ है। दारुक वनों को शिव का निवास माना जाता है और उनकी पूजा भी की जाती है। जिन्होंने एक पौधा भी न लगाया हो उन्हैं पेड़ होने का मतलब क्या समझ में आएगा।  इन लोगों के लिए पेड़ काटना और लगाना दोनों पैसा कमाने का जरिया है। आज के समय में जब विरोध की संस्कृति मृतप्राय हो गई है, तो क्या बच पाएंगे ये पेड़? यह एक बहुत बड़ा सवाल है पूरे पहाड़ की अस्मिता के लिए है। तथाकथित विकास के नाम पर विनाश की अवधारणा मानवता के लिए और उत्तराखंड वासियों के लिए बहुत बड़ा संकट बनने जा रहा है।