अल्मोड़ा: सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम, डीएम व एसएसपी ने किया प्रतिभाग, दिया यह खास संदेश


अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। अल्मोड़ा में दिनांक- 06.02.2024 को परिवहन विभाग अल्मोड़ा व माउंटेन ड्राइविंग स्कूल आईटीबीपी कोसी,अल्मोड़ा द्वारा आईटीबीपी कोसी अल्मोड़ा में संयुक्त आयोजित 34 वां सड़क सुरक्षा जागरुकता माह कार्यक्रम में जिलाधिकारी अल्मोड़ा विनीत तोमर  एवं एसएसपी अल्मोड़ा देवेन्द्र पींचा द्वारा प्रतिभाग किया गया।
              
दिलाई यह शपथ

इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित भारतीय सेना, एसएसबी के प्रशिक्षणार्थी चालकों व शारदा पब्लिक स्कूल एंव केन्द्रीय विद्यालय अल्मोड़ा के छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों के पालन हेतु प्रेरित करते हुए *सड़क सुरक्षा जागरुकता शपथ दिलाई गयी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा भी कार्यक्रम में उपस्थित जनों को सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित नियमों आदि की विस्तृत जानकारी देकर यातायात नियमों का हमेशा पालन करने, नाबालिग बच्चों को बालिग होने तक वाहन न चलाने, वाहन चालकों को नशे में वाहन न चलाने, वाहन को हमेशा निर्धारित गति सीमा में चलाने आदि के बारे में जागरुक किया गया।
     
यह लोग रहें उपस्थित

कार्यक्रम में सीडीओ अल्मोड़ा आकांक्षा कोण्डे, टूआईसी आईटीबीपी कोसी अल्मोड़ा, पुनीत सचदेवा, एसडीएम सदर अल्मोड़ा जयवर्धन शर्मा, सम्भागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन डा0 गुरु देव सिंह एवं सम्भागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन /सड़क सुरक्षा अनिता चंद सहित माउंटेन ड्राईविंग स्कूल आईटीबीपी कोसी, अल्मोड़ा, अल्मोड़ा पुलिस, परिवहन विभाग अल्मोड़ा व अन्य के अधि0/कर्म0गण उपस्थित रहे।

चौकी जैती पुलिस ने सर्वोदय इंटर कॉलेज जैंती में चलाया जागरूकता अभियान

जैंती में दिनांक 06.02.2024 को चौकी प्रभारी जैंती श्री संतोष तिवारी द्वारा चौकी क्षेत्र के विद्यालय सर्वोदय इंटर कॉलेज में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जागरुकता कार्यक्रम में सर्वप्रथम छात्र-छात्राओं को वर्तमान में प्रचलित 34 वां सड़क सुरक्षा माह की जानकारी देकर सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत हमेशा यातायात नियमों का पालन करने हेतु प्रेरित किया गया। नाबालिग बच्चों को 18 वर्ष होने तक वाहन नहीं चलाने के बारे में बताते हुए एमवी एक्ट के प्रावधानों की जानकारी देकर जागरूक किया गया। साईबर क्राईम के प्रति जागरूक करते हुए वर्तमान में प्रचलित साइबर क्राइम के विभिन्न तरीकों के बारे में बताते हुए फोन काँल पर किसी भी व्यक्ति को अपने बैंक खाता, एटीएम कार्ड, ओटीपी आदि की जानकारी नही देने और न ही किसी अंजान लिंक व क्यूआर कोड को स्कैन करने के बारे में  बताया गया तथा इस जानकारी को अपने परिजनों व परिचितों को बताकर उनको जागरुक करने हेतु प्रेरित किया गया।