अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। अल्मोड़ा के भैंसियाछाना विकास खंड के कई गांवों में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने वाली जिंगल नहर को जल्द सुचारू करने की मांग राज्य आंदोलनकारियों ने उठाई है।
पत्र में कहीं यह बात
मिली जानकारी के अनुसार राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि वर्ष 1978 में जिंगल नहर का निर्माण हुआ था। जिसके बाद उमेर और कुंज किमौला समेत नाली एवं मल्ली नाली तक ग्रामीणों को सिंचाई की सुविधा मिलती रहीं। हालांकि तब भी जिंगल गांव के ग्रामीण सुविधा से वंचित थे। लेकिन इसके बाद कुंज किमौला सड़क निर्माण के दौरान सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त हो गई। विभाग ने इसके बाद लगातार लाखों की रकम खर्च कर सिंचाई नहर का मरम्मत काम किया। लेकिन नहर का लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है। कहा कि नहर बंद होने से क्षेत्र के कई गांवों की उपजाऊ भूमि बंजर पड़ गई है। आंदोलनकारियों ने सीएम और सिंचाई मंत्री को पत्र भेजा है। साथ ही जल्द से जल्द नहर को सुचारू करने की मांग उठाई है।
यह लोग रहें शामिल
जिसमें मांग करने वाले में ब्रह्मानंद डालाकोटी, शिवराज बनौला, दीवान सिंह बिष्ट आदि शामिल हैं।