अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। अल्मोड़ा में आज बुधवार को पेंशन समेत लंबित मांगों के निराकरण को लेकर राज्य आंदोलनकारियों ने बारिश के बीच नगर के गांधी पार्क में सरकार के खिलाफ धरना दिया।
उठाई यह मांग
जिसमें वक्ताओं ने कहा कि सरकार राज्य आंदोलनकारियों की उपेक्षा कर रही है। कहा कि सरकार ने क्षैतिज आरक्षण के विधेयक को वर्षों से लंबित रखा है। आरोप लगाया कि सरकार अपने कार्यकर्ताओं को लोकतंत्र सेनानी जैसे नए नाम देकर 20 हजार मासिक पेंशन दे रही है। कहा कि प्रतिवर्ष विधायकों के पेंशन भत्ते बढ़ रहे हैं। लेकिन राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन बढ़ाने समेत अन्य मांगों पर सरकार कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। इसके अलावा राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि गैरसैंण राजधानी के बिना राज्य का समग्र विकास संभव नहीं है। आंदोलनकारियों ने एक स्वर में गैरसैंण को शीघ्र स्थाई राजधानी घोषित करने की मांग उठाई।
दी यह चेतावनी
साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
रहें मौजूद
इस मौके पर ब्रह्मा नंद डालाकोटी, महेश परिहार, शिवराज बनौला, दौलत सिंह बगड़वाल, देवनाथ गोस्वामी, गोपाल सिंह बनौला, पूरन सिंह बनौला, बहादुर राम, पान सिंह फर्त्याल, कैलाश राम, सुशील चंद्र, तारादत्त तिवारी, नवीन चंद्र डालाकोटी, दिवान सिंह, ताराराम, कैलाश राम, मदन राम, सुंदर राम, रमेश सिंह, कमला जोशी आदि मौजूद रहे।