अल्मोड़ा: विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम के शिलालेखों पर उत्कीर्ण करीब एक हजार वर्ष से अधिक पुरानी लिपि के रहस्य से उठा पर्दा

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। अल्मोड़ा जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम से जुड़ी जरूरी खबर है। विश्व विख्यात जागेश्वर धाम के मंदिरों की दीवारों और शिलालेखों पर उत्कीर्ण करीब एक हजार वर्ष से अधिक पुरानी लिपि के रहस्य से पर्दा उठ गया है।

एपिग्राफी शाखा ने पत्र के माध्यम से दी जानकारी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जागेश्वर धाम में महामृत्युंजय सहित कुछ अन्य मंदिरों की दीवारों पर प्राचीन लिपि उत्कीर्ण है। मृत्युंजय मंदिर के मंडप में तीन प्राचीन शिलालेख भी थे। इन पर अंकित लिपि के बारे में किसी को कुछ भी पता नहीं था। इसे देखते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) देहरादून मंडल ने पिछले साल ही एपिग्राफी शाखा को पत्र भेजा था। अब एपिग्राफी शाखा ने पत्र के माध्यम से जानकारी दी है कि इन लिपि का अनुवाद 1960 में देश के प्रसिद्ध पुरालेख विशेषज्ञ डॉ. डीसी सरकार कर चुके हैं।

कार्यों का विवरण उत्कीर्ण

रिपोर्ट्स के मुताबिक इन शिलालेखों पर देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं के नाम और उनकी ओर से इन मंदिरों में किए गए कार्यों का विवरण उत्कीर्ण है।