अल्मोड़ा: क्वारब—खैरना सड़क को लेकर जिम्मेदार संस्थाएं अपनी जिम्मेदारी से मोड़ रहें मुंह- सामाजिक कार्यकर्ता भुवन जोशी

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य और पूर्व में अल्मोड़ा से विधानसभा चुनाव लड़ चुके सामाजिक कार्यकर्ता भुवन जोशी ने एक बयान जारी किया है।

जारी बयान में कहीं यह बात

जारी बयान में उन्होंने क्वारब—खैरना सड़क को लेकर जिम्मेदार संस्थाओं पर जिम्मेदारी से मुंह मोड़ने का आरोप लगाया है। जिस पर उन्होंने कहा कि विभाग, प्रशासन सरकार और केन्द्रीय राज्यमंत्री तक पहाड़ और मैदान की इस लाइफ लाइन पर आई भूस्खलन की समस्या को दूर नहीं कर पाये हैं। कहा कि कहने को प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है। केन्द्रीय राज्यमंत्री भी इसी जनपद के सांसद हैं और उनके पास भी एनएच विकास का जिम्मा है लेकिन जिस तरीके से सड़क को बदहाल स्थिति में नियति के भरोसे छोड़ दिया गया है उससे साफ है कि इस डबल इंजन ने सड़क जैसी महत्वपूर्ण सुविधा के प्रति जवाबदेही से अपना मुंह मोड़ लिया है। उन्होंने कहा कि सरकार इस बात को जानती है कि अल्मोड़ा, बागेश्वर ओर पिथौरागढ को पहाड़ से जोड़ने का यह महत्वपूर्ण मार्ग है। प्रतिदिन दिल्ली, देहरादून, हरिद्धार, चंडीगड़, गुरूग्राम और हल्द्वानी के लिए कई वाहन यहां से गुजरते है। वै​कल्पिक मार्गों के प्रयोग के चलते समय और धन दोनों बर्बाद हो रहा है। जिसका नुकसान आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि विवाह के सीजन में बारातों को लंबी और अन्य मार्ग से दूरी तय करनी पड़ रही है, जिससे वाहन उनसे अधिक किराये की मांग कर रहे हैं। टैक्सियों का किराया तक बढ़ गया है। लेकिन सरकार पहले चुनावों में व्यस्त रही और प्रशासन मार्ग को बंद घोषित कर अपनी जिम्मेदारी से इतिश्री कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज चार दिन से लैंडस्लाइड के चलते मार्ग बंद है। लेकिन अब तक कोई ठोस पहल हुई हो इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। लोग पहाड़ आने जाने के दौरान काफी परेशानि​यां झेल रहे हैं। माल ढुलाई मंहगी हो गई है बाजार में सब्जियां आदि की कीमतें बढ़ने लगी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह का रवैया शासन प्रशाासन और ज​न प्रतिनिधियों ने दिखाया है उससे साफ है कि जनता को अपने हाल पर जीने को छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस बदहाली का जितना बड़ा कारण प्राकृतिक लैंडस्लाइड है उतनी ही जिम्मेदारी विभागीय संस्थाओं की भी है। उन्होंने कहा कि जनता इस बेरुखी से आक्रोशित है और इसका जवाब इस सरकार को जरूर देगी।