अल्मोड़ा: कलेक्ट्रेट परिसर का बदहाल टायलेट सरकार के स्वच्छ भारत अभियान को चिढ़ा रहा मुंह- एडवोकेट कवींद्र पंत

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। अल्मोड़ा के एडवोकेट कवींद्र पंत ने बयान जारी करते हुए कहा कि कलेक्ट्रेट परिसर के बदहाल टायलेट सरकार के स्वच्छ भारत अभियान को मुंह चिढ़ा रहे हैं। कलेक्ट्रेट परिसर के ठीक पीछे निर्मित टीन शेड जिनमें अधिवक्ता व दस्तावेज लेखक बैठते हैं। उसके ठीक पीछे स्थित पुरूष टायलेट लंबे समय से बदहाल अवस्था में है।

कहीं यह बात

कहा कि वहां का एकमात्र महिला टायलेट भी लंबे समय से बंद पड़ा है। इसके अतिरिक्त अल्मोड़ा कलेक्ट्रेट परिसर में मूलभूत सुविधाओं का नितांत अभाव है। कलेक्ट्रेट प्रांगण में आम जन के बैठने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। कलेक्ट्रेट प्रांगण में बैठने के लिए सिमेंटेड बैंच अथवा स्थिर कुर्सियां न होने विभिन्न कार्यों से कलेक्ट्रेट आने वाले आम जनमानस को परेशानी का सामना करना पड़ता है यहां तक कि कलेक्ट्रेट भवन में ट्रेजरी के बगल में स्थित मुख्य लांबी में आम जन के बैठने के लिए लगाए गए सोफे कुर्सी भी प्रशासन द्वारा हटवा दिए गए हैं।

नहीं हुआ अब तक समाधान

उपरोक्त जनसमस्याओं के समाधान के लिए उनके द्वारा पूर्व में जिलाधिकारी व कुमाऊँ कमिश्नर को ज्ञापन प्रेषित कर मांग की गई थी लेकिन प्रशासन द्वारा जनसमस्याओं के समाधान के लिए कुछ नहीं किया गया।